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Bee keeping: मधुमक्खी पालन से तगड़ी कमाई कर रहा है यूपी का युवक

Bee keeping: उत्तर प्रदेश के मिलक तहसील के रामपुर में ननखेड़ी गांव स्थित है। पिछले 24 सालों से ग्रामीण रोबोट मधुमक्खी पालन से खूब पैसा कमा रहे हैं। रामपुर में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इस कंपनी की स्थापना करने वाले रोबोट (Robot) किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं। वे हर सीजन में 3 लाख रुपए तक का मुनाफा कमा रहे हैं और 125 बक्से (Honeycombs) के साथ इस उद्योग में आगे बढ़ चुके हैं।

Bee keeping
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फिलहाल उनके पास 125 बक्से हैं।

रोबोट ने पंद्रह बक्से से कंपनी शुरू की थी। पहले उनका कारोबार मामूली था, लेकिन लगन और प्रशिक्षण से उन्होंने बड़ी सफलता हासिल की। ​​शहद निकालने के लिए सबसे अच्छे महीने अक्टूबर से फरवरी तक बताए जाते हैं। ऐसे में रोबोट के पास 125 बक्से हैं और वे हर सीजन में तीन से चार क्विंटल शहद निकालते हैं। उन्हें हर सीजन में अच्छी खासी कमाई होती है, क्योंकि शहद सात दिन में तैयार हो जाता है।

मधुमक्खियों (Bee) को पालता रहता है रोबोट

रोबोट के मुताबिक, मधुमक्खी पालन में धैर्य और कड़ी मेहनत की जरूरत होती है, लेकिन अगर इसे अच्छे से किया जाए तो यह काफी फायदेमंद हो सकता है। उनका दावा है कि शहद निकालने में लगने वाली मेहनत लगातार बढ़ती जा रही है। समय के साथ इस उद्योग के बारे में उनकी समझ भी बढ़ती जा रही है। उनके अनुसार, हर सीजन में 30 से 40 किलो वजन का शहद का डिब्बा खरीदा जाता है और उसे प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बेचा जाता है।

इसके अलावा, प्रोपोलिस, मोम और अन्य शहद से जुड़े उत्पाद बेचे जाते हैं, जिससे अतिरिक्त आय होती है। रोबोट की सफलता (success of robot) इस बात का सबूत है कि अगर कोई व्यक्ति कड़ी मेहनत करे, सही सलाह ले और धैर्य रखे तो वह व्यवसाय में सफल हो सकता है। इन दिनों मधुमक्खी पालन जैसे पारंपरिक व्यवसायों में भी अच्छा मुनाफा कमाने की क्षमता है। इसका एक वास्तविक उदाहरण रोबोट है। इस प्रयास से आर्थिक लाभ प्राप्त करने के अलावा, वह अपने गांव और आस-पास के इलाकों में अपनी कंपनी का विज्ञापन भी कर रहे हैं।

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