Tuberose cultivation: इस फूल की खेती से तगड़ा मुनाफा कमा रहा है यह किसान
Tuberose cultivation: बल्लभगढ़ के प्रहलादपुर गांव के किसान सुखपाल सिंह 3.5 एकड़ में रजनीगंधा उगाते हैं। वे खेती से सालाना लाखों रुपए कमाते हैं, जिससे वे अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। सुखपाल की आय का मुख्य स्रोत खेती है और उनके परिवार में 22 लोग हैं। सुखपाल दिल्ली की गाजीपुर मंडी में खूबसूरत फूल बेचते हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमाते हैं। रजनीगंधा उगाने की तकनीक किसान सुखपाल ने पत्रकारों को बताया, “मुझे रजनीगंधा के बीज कहीं से लाने की जरूरत नहीं है।”

इसके बीज उनके अपने खेत में ही उगाए जाते हैं और वे अगले साल फिर से इसे उखाड़कर लगाते हैं। वैसे तो यह फसल पूरे साल उगाई जाती है, लेकिन यह तीन महीने में ही तैयार हो जाती है। बीज बोने से पहले जमीन को जोतना पड़ता है। सुखपाल के मुताबिक, हर किलोग्राम के लिए 40 बैग बीज की जरूरत होती है और वे अपने खेत में ही बीज तैयार करते हैं।
फसल की देखभाल सुखपाल का कहना है कि रजनीगंधा की खेती के लिए सावधानीपूर्वक पानी देने की जरूरत होती है। गर्मियों में हर दिन पानी देना पड़ता है, जबकि सर्दियों में हर तीन दिन में पानी देना पड़ता है। इस फूल को मिट्टी से तोड़कर पानी में उगाया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि फूल सही तरीके से उगें, किसानों को फसल की अतिरिक्त देखभाल के साथ सिंचाई करनी चाहिए।
रजनीगंधा (Tuberose) की खेती से सालाना 5 लाख का मुनाफ़ा
किसान सुखपाल के अनुसार, एक किला रजनीगंधा की खेती से सालाना लगभग 5 लाख रुपये का मुनाफ़ा होता है। पिछले दो दशकों से वे खेती कर रहे हैं और इससे उनके परिवार की ज़िंदगी में काफ़ी सुधार हुआ है। वे इस मुनाफ़े का इस्तेमाल अपने परिवार की मदद के लिए करते हैं क्योंकि खेती ही उनकी आय का एकमात्र स्रोत है।