Tomato cultivation: किसान ने इस विधि से की टमाटर की खेती, बन गया मालामाल
Tomato cultivation: औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के रिश्यप गांव के किसान आशुतोष मिश्रा तीन बीघे में ग्राफ्टेड टमाटर की खेती करते हैं। जिसमें टमाटर के साथ बैगन भी उगाया जाता है। किसान सब्जी उगाने के लिए हमेशा नए-नए तरीके अपनाते रहते हैं। किसान आशुतोष मिश्रा इस खेती से एक साथ दोगुना पैसा कमा रहे हैं।
किसान पिछले छह साल से सब्जी उगा रहे हैं।
वहीं, पिछले तीन साल से वे ग्राफ्टेड टमाटर की खेती कर रहे हैं। किसान ने बताया कि जिला उद्यान विभाग ने उन्हें इसकी खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके पौधे की आपूर्ति पश्चिम बंगाल करता है। ग्राफ्टेड तकनीक से एक ही पौधे की जड़ से बैगन और टमाटर उगाया जाता है।
प्रत्येक कट्ठा पर 2000 रुपये खर्च हुए।
किसान के मुताबिक, बाजार में ग्राफ्टेड टमाटर के इन पौधों की कीमत 10 रुपये प्रति पौधा है। इसके अलावा, प्रत्येक कट्ठा में किसान को करीब 250 पौधे लगाने पड़ते हैं। इसकी कीमत करीब दो हजार रुपये है। किसान आशुतोष मिश्रा के अनुसार, इस टमाटर को पकने में 50-60 दिन लगते हैं। एक कट्ठा में करीब दो क्विंटल टमाटर और बैगन की पैदावार होती है।
टमाटर (Tomato) की खेती से दोगुना मुनाफा होता है।
किसान के अनुसार, ग्राफ्टेड तकनीक से उगाए जाने वाले इस टमाटर को साल में दो से तीन बार उगाया जा सकता है। अन्य टमाटरों की तरह यह भी एक टमाटर है। सब्जी की खेती में इसका इस्तेमाल अधिक होता है। इसे छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार के व्यापारी खरीदते हैं। अभी एक क्विंटल टमाटर की कीमत 3100 रुपये तक है।