Success Story: मधुमक्खी पालन से सालाना 7 लाख रुपए कमा रहा है यह किसान
Success Story: शहद जितना आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, उतना ही इसे बनाने वाले के लिए भी। किसानों के लिए मधुमक्खी पालन आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है। शहद उत्पादन के लिए मधुमक्खी पालन एक तेजी से लोकप्रिय उद्यम (Popular Enterprises) बन गया है। कई किसान अब इसे अपना रहे हैं और लाखों रुपये कमा रहे हैं। समस्तीपुर जिले के सिंघिया गांव में रहने वाले रमेश कुमार पिछले आठ सालों से मधुमक्खी पालन कर रहे हैं। वे भी इससे अच्छी कमाई कर रहे हैं।

हर साल 7 लाख तक की कमाई
फिलहाल रमेश कुमार करीब 300 बक्सों में मधुमक्खियां पाल रहे हैं। रमेश के मुताबिक, हर सीजन में 5 से 7 लाख रुपये की कमाई हो जाती है, बशर्ते मौसम अनुकूल हो और समय पर देखभाल की जाए। रमेश के मुताबिक, मधुमक्खी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें बहुत मेहनत लगती है, लेकिन इससे बहुत लाभ मिलता है। इस काम में रात भर जागना पड़ता है और ऑफ सीजन में मधुमक्खियों (Bees) को बैठाकर चीनी खिलानी पड़ती है। किसान रमेश के मुताबिक, उनके पिता ने उन्हें यह काम सिखाया है। आठ साल पहले इस काम को करने के बाद से ही वे बहुत मेहनत कर रहे हैं। उनके पिता ने इस व्यवसाय की नींव रखी और अब वे इसे आगे बढ़ा रहे हैं।
छह महीने रहना पड़ता है घर से दूर
रमेश के अनुसार, शहद का उत्पादन एक नियमित व्यवसाय (Routine Business) से कहीं ज़्यादा आकर्षक करियर है। मधुमक्खियों को पराग इकट्ठा करने के लिए, वे पूरे मौसम में अपने बक्से के साथ आम और लीची जैसे फूलों के बगीचों में घूमते रहते हैं। रमेश के अनुसार, वे छह महीने मधुमक्खियों के लिए भोजन इकट्ठा करने में घूमते रहते हैं और बाकी छह महीने घर पर बैठकर उन्हें चीनी देते हैं। उनका मानना है कि मधुमक्खी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो सही प्रशिक्षण और प्रतिबद्धता के साथ किया जाए तो जल्दी ही उच्च लाभ दे सकता है। रमेश जैसे किसान इस बात के वास्तविक उदाहरण हैं कि कैसे कठिन प्रयास और रचनात्मकता पारंपरिक कंपनियों में भी जबरदस्त सफलता (Grand Success) की ओर ले जा सकती है।