Success Story: साइकिल से शुरू किया था कारोबार, आज कर रही करोड़ों का बिजनेस
Success Story: गोरखपुर की रहने वाली संगीता पांडे ने बमुश्किल 1500 रुपये से एक मामूली कंपनी शुरू की। जब से उन्होंने बॉक्स बनाने का काम शुरू किया है, तब से उनकी कंपनी की कीमत करोड़ों रुपये हो गई है। यह एक ऐसी महिला की प्रेरणादायक कहानी है जो अपने संघर्ष और दृढ़ संकल्प के अलावा दूसरी महिलाओं को सशक्त बनाती है।
संगीता की यात्रा
संगीता पांडे ने अपने घर पर ही बॉक्स बनाने (Box making) का काम शुरू किया। पहले तो यह काम मामूली तौर पर ही होता था। संगीता बताती हैं कि जब उन्होंने पहली बार यह काम शुरू किया तो वह साइकिल से हर दुकान पर जाती थीं और बॉक्स के सैंपल देती थीं। छोटे-मोटे कारोबारियों को बॉक्स देती थीं। संगीता ने अपनी कंपनी शुरू करने के लिए साइकिल का इस्तेमाल किया। संगीता के प्रयासों से इसे बड़े पैमाने पर लागू किया गया। उनकी लगन और मेहनत की बदौलत उनकी कंपनी आगे बढ़ी और अब वह गोरखपुर की सफल कारोबारियों (Successful Businessmen) में से एक मानी जाती हैं। शायद इसी वजह से संगीता को गोरखपुर रत्न भी मिला।
अन्य महिलाओं को रोजगार में दिए अवसर
संगीता का उद्यम उनकी अपनी उपलब्धियों से आगे बढ़ा। उन्होंने महिलाओं को रोजगार के अवसर दिए और उन्हें दूसरी महिलाओं के साथ साझा किया। संगीता के निर्देशन में सौ से अधिक महिलाएं दूर से ही काम कर रही हैं। ये महिलाएं बक्से और अगरबत्ती (Boxes and incense burners) जैसे कई तरह के सामान बनाती हैं, जिन्हें संगीता उन्हें बाजार में बेचना सिखाती हैं। इसके अलावा, संगीता इन महिलाओं द्वारा बनाए गए सामानों को ऑनलाइन बेचने और उन्हें विदेशों में भेजने की तैयारी कर रही हैं।
आर्थिक रूप से आजादी
संगीता के प्रयासों ने खुद के जीवन को बदलने के अलावा कई अन्य महिलाओं के जीवन को भी बेहतर बनाया है। जो महिलाएं पहले आर्थिक रूप से गरीब थीं, वे अब घर से काम करके 10,000 रुपये प्रति माह से अधिक कमा रही हैं। कई महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के साथ-साथ आत्मनिर्भर (Self-reliance) भी हैं।
सफलता की कहानी
एक व्यवसायी की सफलता की कहानी होने के अलावा, संगीता पांडे की यात्रा उनके दृढ़ संकल्प और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में कठिनाई की कहानी भी कहती है। संगीता ने दिखाया है कि जब सही दिशा में मेहनत की जाती है तो सफलता निश्चित है। उनके काम से कई महिलाओं के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और अब वह गोरखपुर की उन उद्यमियों में से एक हैं जो समाज को नया रूप दे रही हैं।
व्यवसाय को और आगे बढ़ाना
संगीता का सपना इससे कहीं आगे तक फैला हुआ है। भविष्य में, वह चाहती है कि और भी महिलाएँ उसके नक्शेकदम पर चलें और आज़ादी हासिल करें। उसका लक्ष्य अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ाना और ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को नौकरी के अवसर प्रदान करना है। इस प्रकार, संगीता पांडे की कहानी एक ऐसी प्रेरक व्यवसायी महिला (Inspiring Business Woman) की कहानी है जिसने न केवल अपने लिए सफलता हासिल की बल्कि अन्य महिलाओं के जीवन को भी नया अर्थ दिया।