Radish cultivation: कम समय इस फसल से अच्छी-खासी कमाई कर रहा है यह किसान
Radish cultivation: बिहार में मूली की खेती बड़े पैमाने पर होती है। इसकी फसल साल के किसी भी समय ली जा सकती है। हालांकि, सर्दी का मौसम इसके लिए आदर्श होता है। मूली (Radish) कई तरह की होती है, जिसमें लाल और सफेद मूली शामिल हैं। सलाद के अलावा मूली का इस्तेमाल सब्जियों में भी किया जाता है। इसकी पत्तियों का इस्तेमाल अक्सर सब्जी बनाने में किया जाता है। ऐसे में इससे अच्छी खासी कमाई हो जाती है।
अररिया जिले के फारबिसगंज प्रखंड के मिर्जापुर गांव में किसान एक साथ दो फसल उगा रहे हैं। आपको बता दें कि मूली की खेती बहुत ही कम समय में तैयार हो जाती है। यह बात किसान राजदेव मेहता ने मीडिया से बातचीत में कही। उनके मुताबिक, मूली की खेती से कम मेहनत और कम पैसे में अच्छी कमाई हो सकती है। उन्होंने बताया कि उन्होंने सर्दियों में सफेद मूली लगाई थी और पचास डिसमिल एकड़ जमीन पर मूली उगाते हैं।
नतीजतन, एक सीजन में एक एकड़ जमीन से उन्हें करीब एक लाख रुपये की कमाई हो जाती है। किसान ने पत्रकारों को बताया कि इस खेती में साग और मूली अलग-अलग बिकती है। उन्होंने बताया कि 40-50 दिन में वे मूली उगाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। अब मूली की कीमत भी वाजिब है।
बाजार में मूली (Radish) की कीमत 20, 30 और 40 रुपये प्रति किलोग्राम
एक सीजन में एक लाख तक की कमाई फारबिसगंज प्रखंड के किसान राजदेव मेहता अपनी जमीन पर मूली और लाफ साग की खेती कर अच्छी कमाई करते हैं। किसान ने पत्रकारों को बताया कि मूली उगाना उनके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। कम समय, मेहनत और खर्च में यह अच्छी कमाई करा सकता है। एक सीजन में इससे एक से डेढ़ लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। राजदेव अब अपने आधे एकड़ में सफेद मूली और लाफ साग की खेती कर रहे हैं।