Marigold cultivation: इस फूल की खेती से मालामाल हो रहा है किसान
Marigold cultivation: जहानाबाद के महाबलीपुर टोले के मूल निवासी उमेश प्रसाद मालाकार ने यह कर दिखाया है कि फूलों की खेती से किसानों का जीवन स्तर भी बेहतर हो सकता है। उमेश प्रसाद मालाकार के अनुसार, फूलों में प्रकृति की खूबसूरती को व्यक्त करने के साथ-साथ किसानों के जीवन को बेहतर बनाने की शक्ति होती है। पिछले 26 वर्षों से वे फूल उगाने के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। अपने इलाके में वे दो एकड़ में गेंदा फूल उगा रहे हैं। 1998 में उमेश मालाकार ने पांच कट्ठा में गेंदा फूल को परीक्षण के तौर पर उगाना शुरू किया था।
इस प्रयोग से उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आया और अब वे अपने इलाके में दूरदर्शी किसान के रूप में जाने जाते हैं। गेंदा फूल उगाना पैसे कमाने का एक बेहतरीन जरिया है। गेंदा फूल उगाने के लिए उन्होंने अपने इलाके और राज्य स्तर पर ख्याति अर्जित की है। राज्य स्तर पर जो भी कार्यक्रम होता है, उसमें वे जरूर हिस्सा लेते हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने भी उनके कठिन प्रयास की सराहना की है।
उनके इस साहसिक कदम के चलते कई किसानों ने प्रयोग के तौर पर इस फूल को उगाना शुरू किया। आजकल बड़े पैमाने पर हो रही गेंदे की खेती ने लोगों की आजीविका में काफी बदलाव किया है। इस तरह की खेती से कम समय में अधिक आय होने के कारण लोग इसे आर्थिक दृष्टिकोण से आंकने लगे हैं।
5 कट्ठे में शुरू हुई थी गेंदे (Marigold) की खेती
उमेश मालाकार ने मीडिया को बताया कि वे 1998 में कोलकाता गए थे। उस समय उन्होंने वहां किसानों को फूल (Marigold) उगाते देखा था। वहां से यह विचार आने के बाद उन्होंने 5 कट्ठे से इसकी शुरुआत की। हालांकि, जब उन्होंने यह शुरू किया तो कुछ लोग उन्हें पागल कहते थे और उनका मजाक भी उड़ाते थे, क्योंकि जहानाबाद गेहूं और धान की खेती के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि, इसी आत्मविश्वास के कारण उन्होंने लगातार मेहनत जारी रखी। अब हम जिले के शीर्ष फूल उत्पादकों में से एक माने जाते हैं। गेंदा फूल उगाकर खुशहाल जीवन जीने वाले कुछ किसान भी हमसे जुड़े हैं।
एक एकड़ में इसकी कीमत पचास हजार रुपये तक है।
महाबलीपुर में उमेश प्रसाद मालाकार दो एकड़ में गेंदा फूल उगा रहे हैं। पूरे साल वे फूल उगाते हैं। इसके अलावा, वह गेहूं, धान और अन्य फसलें भी उगाते हैं। गेंदा की खेती से जल्दी ही अच्छा मुनाफा मिल सकता है। बाजार ही सब कुछ तय करता है। इस तरह की खेती में अगर बाजार भाव अच्छा मिले तो मुनाफा दोगुना हो सकता है, नहीं तो बराबर भी हो सकता है। एक एकड़ में गेंदा फूल उगाने में चालीस से पचास हजार रुपए तक का खर्च आता है।
हालांकि, अगर आमदनी पर गौर करें तो एक एकड़ में यह एक लाख तक पहुंच सकती है। इस खेती को बढ़ावा देने के लिए 70% तक की सब्सिडी भी उपलब्ध है, जिससे किसानों को काफी मदद मिल सकती है।