Footwear Store: जूते चप्पल की दुकान से बदली इस युवक की किस्मत, हर महीने कमाते हैं 45 से 50 हजार डॉलर
Footwear Store: जूते-चप्पल बनाना संजय कुमार का पेशा है। वे Uttar Pradesh के बस्ती के सदर ग्राम पंचायत खखुआ में रहते हैं। अपने जीवन स्तर को सुधारने के साथ ही वे स्वरोजगार के जरिए चार अन्य व्यक्तियों को रोजगार दे रहे हैं। अपनी लगन और मेहनत की बदौलत संजय ने जूते बनाने की दुकान खोली है। उनकी फर्म की बदौलत उनके चार लोगों के परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। चार साल पहले लॉकडाउन के दौरान संजय ने कारोबार शुरू किया था।
संजय ने गांव के पास ही सोनू पार चौराहे पर दुकान खोलने का फैसला किया, क्योंकि उन्हें वहां जाने के बजाय वहां एक उज्ज्वल भविष्य दिखाई दिया। जब उनकी आय बढ़ने लगी तो उन्होंने आरएस शूज हाउस टॉकीज के बगल में दूसरी दुकान खोली। अब उन्हें जिले के एक्सपो में आमंत्रित किया जाता है, जहां जाने-माने व्यवसायी अपना बेहतरीन सामान प्रदर्शित करते हैं और उन्हें उनसे प्रतिस्पर्धा करने का मौका देते हैं।
Footwear Store से हर महीने करते हैं इतनी कमाई
संजय हर महीने 45 से 50,000 डॉलर कमाते हैं संजय की दुकान पर हमेशा ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है, ज्यादातर आसपास के समुदाय और ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं जो जूते-चप्पल खरीदने आते हैं। सामान बेचने के अलावा संजय ने अपनी दुकान को क्षेत्रीय कलाकारों के सहयोग का मंच बना लिया है। इसके अलावा वह शिल्पकारों को प्रशिक्षण भी देते हैं। संजय ने बताया कि अपनी मेहनत के कारण वह एक से दो स्थानों पर अपना कारोबार फैलाने में सफल रहे हैं।
जूते (Footwear ) की दुकान से वह हर महीने 45 से 50 हजार डॉलर कमा लेते हैं। दुकान पर आसपास के लोग आने लगे हैं। संजय चाहते हैं कि गांव में बड़ा उद्यम विकसित हो। इसमें जूते-चप्पल के अलावा अन्य हस्तशिल्प का सामान भी बनाया जाएगा। इसके अलावा वह युवाओं को रोजगार दिलाने की दिशा में काम करना चाहते हैं।
अधिकारी और नेता चप्पल-जूते (Footwear) खरीदने पहुंचे
संजय ने मीडिया को बताया कि उद्योग विभाग के शो में उन्होंने कई गणमान्य लोगों और नेताओं को जूते-चप्पल बेचे। उन्होंने बताया कि हर साल जिला सरकार उन्हें शो में आने के लिए पत्र भेजती है। शो का आयोजन जब भी होता है, तब होता है। दो साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी संजय की दुकान पर रोजगार मांगने आए थे। यहीं से तत्कालीन सांसद हरीश त्रिवेदी ने चप्पलें खरीदी थीं। उन्होंने बताया कि उनके कई ग्राहक अधिकारी और नेता हैं जो विशेष रूप से उनसे जूते और चप्पल खरीदते हैं।