Cucumber Farming: इस फसल की खेती से यह किसान करता है छप्परफाड़ कमाई
Cucumber Farming: फरीदाबाद के ऊंचा गांव में खीरा उगाने वाले किसान अपनी फसल से अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं।गर्मियों में खीरे की बाजार में काफी मांग रहती है। खास तौर पर जनवरी और फरवरी में। यहां किसान इस फसल की खेती में व्यस्त रहते हैं। आजीविका (Livelihood) के साथ-साथ खीरा उगाना उनकी दिनचर्या में शामिल हो गया है।

खेती से पहले करनी होती है सिंचाई
पत्रकारों को किसान सुरेंद्र सैनी ने बताया कि वह एक बीघा जमीन पर खीरा उगाते हैं। जनवरी और फरवरी में उन्होंने खीरा लगाया, जो गर्मियों की फसल है। इसके लिए खेत को पहले पूरी तरह से जोतना पड़ता है। इसके बाद बीज बोए जाते हैं और पानी दिया जाता है। फसल तैयार (Crop Ready) होने में करीब दो महीने लगते हैं। जुताई के दौरान ट्रैक्टर से खेत को तैयार करना पड़ता है। एक बीघा में करीब 200 ग्राम बीज बोए जाते हैं और हर बीज के बीच 10 इंच की जगह होती है। गर्मी के मौसम में हफ्ते में एक बार सिंचाई करनी पड़ती है।
मेहनत से कमाएं पैसा
इसके अलावा, कीट लगने पर कीटनाशक (Insecticides) का इस्तेमाल भी किया जाता है। एक बीघा में खीरे की खेती में करीब 10 हजार रुपये का खर्च आता है। वहीं, बाजार में इसकी कीमत 15 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसके बावजूद किसान मेहनत के बावजूद अच्छा खासा मुनाफा कमा लेता है। बिक्री से होने वाला मुनाफा बीस से पच्चीस हजार रुपये के बीच है, जो उनके परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
सुरेंद्र सैनी के अनुसार, अब वह अपने पिता द्वारा संभाले जाने वाले पारिवारिक खेत को संभाल रहे हैं। उनके लिए खेती एक पारिवारिक विरासत है जो आय का स्रोत होने के साथ-साथ आज भी जारी है।