SELF EMPLOYMENT

Cauliflower cultivation: 4 रुपए किलो गोभी को बेचने पर मजबूर किसान ने बताया खेती करते समय रखें इन बातों का ध्यान

Cauliflower cultivation: औरंगाबाद में भी ऐसी ही स्थिति सामने आई है, जहां सैकड़ों किसान व्यावसायिक सब्जी की खेती करते हैं, लेकिन मौसम की मार ने सब्जी की खेती को प्रभावित किया है, जिससे कई किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसान की आय अक्सर खेती पर निर्भर करती है, इसलिए अगर फसल खराब हो जाती है, तो उसकी कमाई भी खत्म हो जाती है। अब किसान 20 क्विंटल से ज्यादा तैयार गोभी (Cauliflower) को कौड़ियों के भाव बेचने को मजबूर हैं। किसान का दावा है कि महज 4 रुपये प्रति किलो गोभी बेचने से उन्हें इस सीजन में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

Cauliflower cultivation
Cauliflower cultivation

20 क्विंटल से ज्यादा फसल खराब हो गई।

जिले के देव प्रखंड के हसोली पंचायत के कुंडा गांव में किसान अकलू सिंह और रंजय मेहता ने करीब 3 एकड़ में गोभी (Cauliflower) की खेती की थी। इसमें से 20 क्विंटल से ज्यादा गोभी की फसल तैयार थी, लेकिन कीड़ों और फंगस के कारण कोई खरीदार नहीं मिल रहा। किसान के मुताबिक, आढ़ती इसे बेहद सस्ते दामों में खरीद रहे हैं।

किसान 4 रुपये प्रति किलो बेचने को मजबूर हैं।

किसान रंजय मेहता के अनुसार, वे हर साल जमीन किराए पर लेकर उस पर सब्जियां उगाते हैं। इस बार इसकी खेती में करीब एक लाख रुपए खर्च होते हैं, लेकिन इस बार फूलगोभी के फूलों पर कीटों के हमले से पूरी फसल बर्बाद हो गई। नतीजतन, बाजार में व्यापारी इसे 4 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीद रहे हैं, यानी फसल को बाजार मूल्य से सात गुना कम कीमत पर बेचना पड़ रहा है।

कभी-कभी दवा का छिड़काव करें।

वहीं, कृषि विशेषज्ञ रामस्वरूप शर्मा ने बताया कि फूलगोभी की फसल कई कारणों से सड़ सकती है। आसपास के सभी किसान एक ही नदी से अपने खेतों में पानी देते हैं, जिससे फसल को नुकसान हो सकता है और कुंडा गांव अदरी नदी के किनारे बसा है, जो इस समय दूषित है। गोभी की फसल में कीटों के प्रकोप को रोकने के लिए किसानों को तुरंत फफूंदनाशकों का इस्तेमाल करना चाहिए। थियामेथोक्सम, लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन, टोलफेनपाइराड, इमिडाक्लोप्रिड, क्विनालफॉस, डाइथेन-45 या इंडोफिल (Thiamethoxam, Lambda Cyhalothrin, Tolfenpyrad, Imidacloprid, Quinalphos, Dithane-45 or Indofil) ऐसी दवाओं के कुछ उदाहरण हैं।

Related Articles

Back to top button