SBI Schemes: 2 लाख की बचत पर पाएं ₹32,044 तक का गारंटीड रिटर्न, जानें पूरी डिटेल्स
SBI Schemes: देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने एक बार फिर निवेशकों को शानदार मौका दिया है। आप बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) योजना में केवल ₹2 लाख लगाकर ₹32,044 तक की निश्चित और गारंटीड आय कमा सकते हैं। यह योजना बाजार में उतार-चढ़ाव के दौर में स्थिर और सुरक्षित मुनाफ़ा चाहने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए बेहतरीन है।

भारत की विश्वसनीय निवेश योजना
FD को अभी भी लाखों भारतीय सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देखते हैं। इसके प्राथमिक चालक जोखिम-मुक्त पूंजी सुरक्षा और सुनिश्चित रिटर्न हैं। इसी परंपरा को इस SBI योजना द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है।
यदि आप ब्याज दरें जानते हैं तो आपको कितना लाभ होगा?
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के FD कार्यक्रम के लिए ब्याज दरें अब 3.50% से 7.00% तक हैं। निवेश अवधि इन दरों को प्रभावित करती है। वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से अधिक आयु के) को और भी बेहतर ब्याज दरें मिलती हैं, जो 4.00% से 7.50% तक होती हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि SBI की दो से तीन साल की एफडी पर:
- आम लोगों के लिए ब्याज दर 7.00% है।
- वरिष्ठ लोगों के लिए ब्याज दर 7.50% है।
2 लाख रुपये जमा करने पर आपको कितना मिलेगा?
SBI के साथ की गई 2 लाख रुपये की एफडी पर ब्याज दर इस प्रकार होगी:
आम लोग (60 वर्ष से कम आयु के लोग):
- ब्याज दर: 7.00%
- सुनिश्चित ब्याज राशि 29,776 रुपये है।
वरिष्ठ नागरिक, या 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग:
- ब्याज दर: 7.50%
- ब्याज राशि (गारंटीकृत): 32,044 रुपये
- यह ब्याज दो से तीन साल की अवधि में परिकलित किया जाता है।
FD की अवधि
SBI के एफडी कार्यक्रम में निवेश करने के लिए आपके पास सात दिन से लेकर दस साल तक का समय है। दूसरे शब्दों में, आप अपने लिए सबसे उपयुक्त समय सीमा चुनने के लिए स्वतंत्र हैं। इसके अतिरिक्त, यदि आवश्यक हो तो इसे समय से पहले (कुछ प्रतिबंधों के तहत) तोड़ना संभव है।
यह योजना किसके लिए है?
- जो जोखिम-मुक्त, निश्चित रिटर्न चाहते हैं
- वरिष्ठ या सेवानिवृत्त लोग जिन्हें अपने मासिक वेतन का बजट बनाना होता है
- नए निवेशक अपनी पूंजी को सुरक्षित (Securing Capital) रूप से बढ़ाना चाहते हैं
एक महत्वपूर्ण पहलू
- SBI की FD योजना के तहत अर्जित ब्याज कर के अधीन है।
- यदि आपकी ब्याज आय सालाना ₹40,000 (बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए ₹50,000) से अधिक है, तो TDS रोका जा सकता है।
- यदि आपकी पूरी आय कर के दायरे में नहीं आती है, तो आप फॉर्म 15G/15H भरकर TDS से बच सकते हैं।