Wheat Crop: ये छोटी-छोटी लापरवाहियां पहुंचा रही हैं गेहूं की फसल को नुकसान, जानिए रोकथाम
Wheat Crop: हर साल जब गेहूं की फसल पक जाती है, तो किसान की खुशी का ठिकाना नहीं रहता। खेतों में सुनहरे बालों की भरमार देखकर ऐसा लगता है कि मेहनत रंग लाई है। हालांकि, इस समय थोड़ी सी भी लापरवाही बरती जाए तो सारी मेहनत बेकार हो सकती है। गेहूं की कटाई नाजुक और महत्वपूर्ण दोनों ही होती है। अगर गलत समय और तकनीक का इस्तेमाल किया जाए तो फसल खराब हो सकती है, दाने गिर सकते हैं या खेत पूरी तरह बर्बाद हो सकता है।

इस प्रकार, आज हम सरल और स्पष्ट (Simple and Clear) शब्दों में जानेंगे कि गेहूं की कटाई करते समय क्या याद रखना ज़रूरी है। खेती से जुड़े या कुछ नया सीखने में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति को इस सामग्री से फ़ायदा हो सकता है, सिर्फ़ किसान ही नहीं।
सही समय का चयन
गेहूं की कटाई तभी करनी चाहिए जब दाने पूरी तरह से पक जाएँ। बहुत से लोग बहुत तेज़ी से कटाई करते हैं, जिससे अगर उनमें थोड़ी भी नमी रह जाती है तो दाने जल्दी सड़ सकते हैं। लेकिन, अगर इसे बहुत देर तक टाल दिया जाए तो पक्षियों और हवा के कारण दाने गिरने लगते हैं। नतीजतन, उपज कम (Low Yield) हो जाती है। जब दाने चमकने लगते हैं और गेहूं के दाने थोड़े मुड़ने लगते हैं, तो कटाई का समय आ जाता है।
अगर मौसम अनुकूल नहीं है तो फसल बर्बाद हो जाती है
कटाई से ठीक पहले, मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त करना ज़रूरी है। अगर बारिश होती है तो फसल नम हो जाएगी और उसमें फफूंद लग सकती है। नतीजतन, गेहूं की गुणवत्ता (Quality of wheat) कम हो सकती है और दाने काले पड़ सकते हैं। एक बार खराब हो जाने वाला गेहूं बाज़ार में अच्छी तरह नहीं बिकता और घर पर लंबे समय तक ताज़ा नहीं रहता। इसलिए, कटाई से पहले मौसम की जांच करना और आसमान में बादल दिखाई देने पर थोड़ा इंतजार करना उचित है।
अनाज को खराब होने से बचाने के लिए उचित कटाई उपकरण जरूरी
इन दिनों खेतों में हार्वेस्टर उपकरण का उपयोग करके भी कटाई की जाती है। अगर मशीन बहुत तेजी से चलती है या ब्लेड की ऊंचाई गलत है तो अनाज टूट सकता है या बालियों से बाहर गिर सकता है। साथ ही, हाथ से कटाई करने वाले किसानों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि फसल को दरांती से जड़ से न उखाड़ें। इससे फसल और मिट्टी (Crop and soil) दोनों बर्बाद होती है।
थ्रेसिंग करते समय बरतें सावधानी
जब फसल कट जाती है, तो उसे अनाज को अलग करने के लिए थ्रेसर मशीन में रखा जाता है। अभी मशीन की गति महत्वपूर्ण है। अगर मिल बहुत तेजी से चलती है तो अनाज टूट सकता है, जबकि धीमी मशीन से गलत काम हो सकता है। इसके अलावा, थ्रेसिंग के बाद अनाज को खुले में छोड़ना भी उचित नहीं है क्योंकि नमी और धूल से वे जल्दी खराब हो सकते हैं। उन्हें सूखा और सुरक्षित रखना जरूरी है।
खेत सूखे हैं और गेहूं की कटाई के बाद भूसा हर जगह फैला हुआ है। ऐसी स्थिति में अगर मशीन से चिंगारी निकल जाए या कोई सिगरेट या बीड़ी पी रहा हो तो पूरा खेत जल सकता है। हर साल आग लगने की घटनाएं होती हैं और नुकसान करोड़ों में हो सकता है। इसलिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
फसल को नुकसान से बचाने के लिए उचित भंडारण की जरूरी
गेहूं की कटाई और मड़ाई के बाद, इसे उचित तरीके से स्टोर करना भी उतना ही जरूरी है। अगर गेहूं पूरी तरह सूखा नहीं है तो यह सड़ सकता है या इसमें कीड़े लग सकते हैं। इसलिए इसे साफ-सुथरे वातावरण में सूखे बैग या टैंक (Dry bags or tanks) में स्टोर करें। इसके अलावा, समय-समय पर इसका निरीक्षण करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई नुकसान न हो।