Water chestnut farming: इस फल की खेती से किसान मात्र 10 हजार रुपये की लागत में कमा सकते हैं लाखों का मुनाफा
Water chestnut farming: आजकल किसान कई तरह की तकनीक अपना रहे हैं। कई किसानों ने अपनी आय बढ़ाने के लिए कम लागत वाले उपाय खोजे हैं। आप भी कुछ ऐसा ही कर सकते हैं। महज 10 हजार रुपये की लागत से भी किसान चाहें तो हजारों रुपये कमा सकते हैं। लेकिन कैसे? इसके लिए किसानों को एक अनोखी तकनीक अपनानी होगी। एक तालाब के लिए एक बीघा जमीन की जरूरत होती है।
सिंघाड़े की खेती करें और लाखों रुपये कमाएं
तालाब में सिंघाड़े की खेती करने से अच्छी कमाई हो सकती है। मीडिया के मुताबिक संतोष सोनकर का दावा है कि वह 10 हजार रुपये में एक बीघा के तालाब में सिंघाड़े की खेती करके लाखों रुपये कमा रहे हैं। हालांकि खेती पूरी होने में पांच महीने लगते हैं और इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। संतोष के मुताबिक जून के महीने में तालाब में सिंघाड़े के बीज डाले जाते हैं। इसके बाद सोहनी की खेती खत्म हो जाती है।
सोहनी के तालाब में सेवर नामक जलकुंभी पाई जाती है। किसान इसे निकाल लेते हैं। यह वाजिब दाम पर बिकती है। फिर इस फसल को यूरिया और रंग से उपचारित किया जाता है। जैसा कि हम देख सकते हैं, एक बीघा की खेती में शुरू से अंत तक 10,000 का खर्च आता है। अगर घर पर ही सिंघाड़े के बीज की खेती की जाए तो कीमत काफी कम होती है।
पांच महीने की मेहनत के बाद अक्टूबर या नवंबर में सिंघाड़े के फल आने शुरू हो जाते हैं और उन्हें प्रतिस्पर्धी कीमतों पर दो से तीन महीने के लिए बाजार में बिक्री के लिए पेश किया जाता है।
सिंघाड़े की खेती सर्दियों में कम लागत में मुनाफा बढ़ाने का एक अनूठा तरीका है। हां, लेकिन इस खेती के लिए अधिक मेहनत की आवश्यकता होती है।