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Vegetable Farming: औरंगाबाद के किसान सब्जी की खेती से कमा रहे हैं लाखों में मुनाफा

Vegetable Farming: बिहार के औरंगाबाद में बड़े पैमाने पर सब्जी की बागवानी की जाती है। खास तौर पर ओबरा में इसकी खेती ज्यादा होती है। ओबरा प्रखंड के शंकरपुर टोले में दर्जनों किसान बड़े पैमाने पर गोभी की खेती करते हैं। आपको बता दें कि सब्जी (Vegetable) उत्पादन का केंद्र बन चुके शंकरपुर में बड़ी संख्या में किसान अपना काम-धंधा छोड़कर सब्जी की खेती कर रहे हैं।

Vegetable farming
Vegetable farming

इस कस्बे में हर साल 500 क्विंटल से ज्यादा होती है सब्जी (Vegetable) की पैदावार

करीब 20 बीघे में खेती करने वाले किसान रामेश्वर मेहता के मुताबिक सर्दी के मौसम में गोभी की काफी मांग रहती है। किसान के मुताबिक गोभी की खेती के लिए सबसे अच्छा महीना सितंबर से अक्टूबर है, इसी महीने किसान गोभी की खेती करते हैं। किसान के मुताबिक दोमट बलुई मिट्टी गोभी की खेती के लिए आदर्श होती है, क्योंकि इसकी पैदावार ज्यादा होती है।

एक एकड़ में 100 क्विंटल तक होती है पैदावार

किसान रामेश्वर मेहता के मुताबिक गोभी की कई संकर किस्में होती हैं। नतीजतन, कम समय में ज्यादा पैदावार होती है। सितंबर अर्ली, कोपेन हेगन और गोल्डन एकर गोभी की किस्मों को किसान उगाना पसंद करते हैं। इसे तैयार होने में करीब 60 से 70 दिन लगते हैं। इसकी पैदावार प्रति एकड़ 80 से 100 क्विंटल होती है।

हर किसान को पांच लाख की कमाई होती है

किसानों के मुताबिक, यह समुदाय सालाना 1.5 टन से ज्यादा गोभी पैदा करता है। दिसंबर के अंत तक गोभी तैयार हो जाएगी। इसके बाद इसे काटकर झारखंड, पटना, रोहतास और गया के थोक विक्रेताओं को वितरित किया जाएगा। खास बात यह है कि किसानों को दूर नहीं जाना पड़ता। जब व्यापारी खेत पर आते हैं, तो वे गोभी ले जाते हैं। सब्जियां उगाने से इस समुदाय का हर किसान सालाना 5 लाख तक कमा लेता है।

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