Sunflower farming: इस फूल की खेती करें किसान, लाखों में होगी कमाई
Sunflower farming: तेल की बढ़ती कीमतों के कारण किसानों का ध्यान तिलहन की खेती की ओर चला गया है। हजारीबाग में किसान पर्याप्त मात्रा में तिलहन उगाते हैं। नया साल आते ही किसान खेतों में जायद की फसल लगाते हैं। जायद के मौसम में कई किसान खेतों में सूरजमुखी की फसल भी बोते हैं। सूरजमुखी की खेती कर किसान काफी पैसा कमा सकते हैं। कृषि वैज्ञानिकों की सलाह पर अमल करें तो किसान सूरजमुखी की फसल से और भी ज्यादा पैसा कमा सकते हैं।
हजारीबाग के तराबा खरवा स्थित आईएसईटीसीटी (ISTECT) विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि सरसों के अलावा सूरजमुखी की खेती से भी किसानों को फायदा हो सकता है। इसकी खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा हो सकता है। इसकी खेती के लिए 15 डिग्री तापमान आदर्श है। काली, रेतीली और दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त होती है। इस मामले में खेत में पीएच लेवल 5 से 7 के बीच होना चाहिए। पौधों के बीच की दूरी उन्होंने बताया कि किसान जनवरी के मध्य से फरवरी के बीच इसकी खेती कर सकते हैं।
इसके लिए पंद्रह दिन पहले Sunflower खेत में गोबर की खाद डालें।
सूरजमुखी को कतारों में लगाना चाहिए। पौधों और कतारों के बीच क्रमशः 25 से 30 सेमी और 45 से 60 सेमी की दूरी होनी चाहिए। साथ ही इसे 4-6 सेमी गहरा लगाएं। समय-समय पर निराई-गुड़ाई करते रहना चाहिए। 100 से 110 दिन में इसकी फसल तैयार हो जाएगी।
किसान मधुमक्खी पालन भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि किसान अगर थोड़ा सोच-विचार करें तो लखपति भी बन सकते हैं। अगर किसान सूरजमुखी की खेती वाली जगह पर दो-चार मधुमक्खी पालन बॉक्स रखें तो उन्हें दोनों तरफ से फायदा होगा। मधुमक्खियां सूरजमुखी (Bees Peck Sunflowers) के फूलों से निकलने वाले तरल पदार्थ का इस्तेमाल शहद बनाने के लिए करती हैं। नतीजतन, सूरजमुखी का उत्पादन भी बढ़ेगा। बाजार में लोकप्रिय होने के साथ-साथ सूरजमुखी का शहद स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।