Sugarcane Cultivation: फरवरी के महीने में करें गन्ने की इन किस्मों की खेती, होगी खूब कमाई
Sugarcane Cultivation: वसंतकालीन गन्ना लगाने के लिए साल का सबसे अच्छा समय फरवरी माना जाता है। इस समय गन्ना लगाने वाले किसानों को अच्छी फसल मिलती है और फसल जल्दी बढ़ती है। इस मौसम में फसल बहुत अच्छी तरह से अंकुरित होती है, जिससे पौधे को बढ़ने में मदद मिलती है और किसानों को कम समय में अधिक उपज मिलती है। फसल की गुणवत्ता और उपज (Quality and yield) को बढ़ाने के लिए, उत्पादकों को बेहतर गन्ना किस्मों का चयन करना चाहिए।
![Sugarcane cultivation](https://www.jobfairindia.com/wp-content/uploads/2025/02/Sugarcane-Cultivation-300x173.jpeg)
किसानों को वसंतकालीन गन्ना लगाते समय कुछ कारकों पर लगातार विचार करना चाहिए, जिसमें उचित किस्म का चयन, भूमि तैयार करना और रोपण शामिल है।
इन किस्मों का करें चयन
गन्ना लगाते समय, किसानों को फसल के स्वास्थ्य और उच्च उत्पादन (Health and high productivity) को सुनिश्चित करने के लिए लाल सड़न प्रतिरोधी किस्मों का चयन करना चाहिए। किसानों को जल्दी पकने वाली और नई किस्म के गन्ने का चयन करना चाहिए जो इस मौसम में अच्छी उपज देते हैं। मुख्य किस्मों में से हैं:
- को.शा. 13235
- को.शा. 17231
- को.शा. 18231
- को.लख. 16202
- को.लख. 14201
किसान इन किस्मों को लगाकर कम लागत में अपना उत्पादन बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, 0238 किस्म को न लगाएं क्योंकि कृषि विशेषज्ञों ने इसे मना किया है।
सामान्य किस्म की भी करें खेती
को.शा. 16233 और को.शा. 13452 उन किसानों के लिए विकल्प हैं जो मानक किस्मों को लगाना चाहते हैं। ये किस्में उचित मूल्य पर उच्च उपज भी प्रदान कर सकती हैं।
- को.शा. 16233: उत्कृष्ट मिठास और उत्पादक क्षमता वाली किस्म
- को.शा. 13452: उच्च उपज देने वाली, रोग प्रतिरोधी किस्म
ये किस्म के गन्ने शुष्क क्षेत्रों के लिए अधिक उपयुक्त
शुष्क (नमकीन और कम उत्पादक) मिट्टी पर गन्ना उगाने के इच्छुक किसानों के लिए उपयुक्त किस्म का चयन करना महत्वपूर्ण है। सभी किस्म शुष्क वातावरण में अच्छी तरह से नहीं उगती हैं।
- UP 14234: शुष्क मिट्टी पर भी अच्छी वृद्धि और बेहतर उत्पादन
- Co.S. 14233: कम उपजाऊ भूमि पर भी बेहतर उपज और रोग प्रतिरोधक क्षमता
कृषि विशेषज्ञों का दावा है कि ये दोनों प्रकार की फसलें नंगी मिट्टी पर भी पूरी क्षमता से उत्पादन कर सकती हैं, जिससे किसानों को फ़ायदेमंद फ़सल मिल सकती है।
गन्ना बोने के लिए ट्रेंच तकनीक का उपयोग करें
गन्ना बोते समय, किसानों को ट्रेंच तकनीक (Trench Technique) का उपयोग करना चाहिए क्योंकि इससे अंकुरण बेहतर होता है, स्वस्थ फ़सल पैदा होती है और उपज बढ़ती है।
ट्रेंच विधि का उपयोग करके बुवाई कैसे करें:
- सबसे पहले मिट्टी को भुरभुरा बनाकर और अच्छी तरह से जुताई करके खेत तैयार करें।
- नाली निर्माण: एक फुट चौड़ी और बीस से बीस सेंटीमीटर गहरी नालियाँ (Centimeters deep rivers) खोदने के लिए ट्रेंच डिगर का उपयोग करें।
- बीज बोना: इन नालियों में एक से दो आँख वाले गन्ने के टुकड़े डालें।
बुवाई के लिए ट्रेंच तकनीक का उपयोग करने के लाभ
- बेहतर वृद्धि और अधिक अंकुरण
- अच्छी जल और पोषक तत्व उपलब्धता
- कम लागत पर अधिक उत्पादन