AGRICULTURE

Raised Bed Machine Farming: किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं यह तकनीक, इससे कमा सकते हैं दोगुना पैसा

Raised Bed Machine Farming: शहरीकरण और जनसंख्या वृद्धि के कारण कृषि योग्य भूमि की मात्रा लगातार कम होती जा रही है। परिवार में बंटवारे के कारण किसान खेती के लिए पर्याप्त भूमि नहीं बचा पा रहे हैं। साथ ही, खेती के बाद घर चलाने में भी किसानों को परेशानी हो रही है। ऐसे में कृषि विशेषज्ञों ने कम भूमि वाले किसानों के लिए एक नई तकनीक विकसित की है, जो उनके लिए काफी मददगार साबित हो रही है। इस नई तकनीक की बदौलत किसान अब एक साथ दो अलग-अलग तरह की खेती कर सकते हैं।

Raised bed machine farming
Raised bed machine farming

कृषि विज्ञान केंद्र गंधार के शोध सहयोगी डॉ. अभय कुमार के अनुसार, किसान एक ही खेत में एक ही समय में दो फसलें उगाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं, भले ही जमीन का एक छोटा टुकड़ा ही क्यों न हो। कृषि विज्ञान केंद्र में प्रयोग के तौर पर एक ही खेत में मक्का और आलू एक साथ उगाए गए हैं। इस प्रकार, इन दोनों फसलों को एक साथ लगाने से भी अच्छी पैदावार होगी। साथ ही, अच्छी आमदनी भी होगी। यहां मक्का और आलू (Corn and potatoes) उगाने के लिए रेज्ड बेड मशीन का इस्तेमाल किया गया है। इस विधि से बागवानी करके आप काफी पैसे बचा सकते हैं। साथ ही, मेहनत भी करनी होगी।

Raised Bed विधि से आप दोगुना पैसा कमा सकते हैं।

डॉ. अभय का दावा है कि आलू और मक्का की फसल एक ही जगह पर एक लाइन में लगाई गई थी। जब मक्का थोड़ा बढ़ने लगेगा, तो हमारा आलू तैयार हो जाएगा। ऐसे में हम आलू को हटाकर आधी मिट्टी खोद देंगे। फिर उसी मिट्टी में मक्का के पौधे रोपेंगे। चार महीने में मक्का की फसल फिर से तैयार हो जाएगी। ऐसी स्थिति में आप एक ही जमीन पर आलू और मक्का उगा सकते हैं। अगर आप इस तरीके से खेती करेंगे तो आपकी आमदनी काफी अच्छी हो सकती है। इस तरह की खेती से अच्छी आमदनी के साथ-साथ श्रम, सिंचाई और उर्वरक की भी बचत होगी। इस तरह कम जमीन की भी जरूरत होगी।

अच्छी पैदावार पाने के लिए इस विधि का इस्तेमाल करें।

डॉ. अभय ने आगे कहा कि यह विधि उन लोगों के लिए बेहद मददगार हो सकती है जिनके पास कम जमीन है। आप इस तरह से अच्छी कमाई कर सकते हैं। वहीं अगर हम आलू की खेती की बात करें, तो विधि और आलू की किस्म भी अहम कारक हैं। आलू लगाने के लिए यहां रेज्ड बेड तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। मशीन से सारा काम आसानी से हो जाता है, इसके लिए बहुत कम शारीरिक श्रम की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, यहाँ बारी आलू भी लगाया जाता है। इसकी पैदावार बहुत अच्छी होती है। इस आलू से प्रति हेक्टेयर 300 क्विंटल तक उत्पादन हो सकता है। इसके कई संभावित लाभ हैं।

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