AGRICULTURE

Radish Cultivation: मूली की इन टॉप 10 किस्मों की करें खेती, कम समय में मिलेगी अच्छी उपज

Radish Cultivation: किसानों को सब्ज़ियाँ उगाने से बहुत फ़ायदा होता है क्योंकि बाज़ार में इनकी लगातार ज़रूरत होती है. ऐसे में अगर आप अपने खेत में सब्ज़ियाँ उगाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आज हमारे पास आपके लिए 10 बेहतरीन मूली की किस्मों के बारे में जानकारी है. दरअसल, मूली उगाने से किसानों (Farmers) की आय तीन गुनी हो सकती है. क्योंकि ये बेहतरीन मूली की किस्में कम लागत में ज़्यादा मुनाफ़ा देंगी.

Radish cultivation
Radish cultivation

हम बेहतरीन मूली की किस्मों की बात कर रहे हैं. इस किस्म को पूरी तरह से पकने में 30 से 50 दिन लगते हैं. ऐसे में हमें इन दस बेहतरीन मूली की किस्मों के बारे में विस्तार से बताएँ.

बेहतरीन मूली की दस किस्में

  1. मूली पूसा हिमानी किस्म: इस किस्म की जड़ें मज़बूत होती हैं, 30 से 35 सेंटीमीटर. पूसा हिमानी मूली की किस्म खाने में थोड़ी तीखी होती है. इस किस्म की मूली 50-60 दिनों में तैयार हो जाती है. पूसा हिमानी किस्म की मूली किसानों को प्रति हेक्टेयर 320-350 क्विंटल उपज (Yield 320-350 Quintals Per Hectare) देती है.
  2. मूली की पंजाब पसंद किस्म: पंजाब पसंद के नाम से जानी जाने वाली मूली की किस्म पैंतालीस दिनों में तैयार हो जाती है। इस मूली की जड़ें लंबी और सफेद होती हैं। पंजाब पसंद की मूली की किस्म किसानों को प्रति एकड़ 215-235 क्विंटल उपज देती है।
  3. जापानी सफेद मूली: इस तरह की मूली चिकनी, मुलायम और कम मिर्चीदार होती है। इस उन्नत किस्म को पकने में 45-55 दिन लगते हैं। जापानी सफेद मूली की किस्म प्रति एकड़ लगभग 250-300 क्विंटल उपज देती है।
  4. मूली की पूसा रेशमी किस्म: पूसा सिल्की मूली की किस्म चिकनी, मध्यम मोटी और कम मिर्चीदार होती है। खेत में इस तरह की मूली लगभग 55-60 दिनों में पक जाती है। मूली की पूसा सिल्की किस्म किसानों को प्रति हेक्टेयर 315-350 क्विंटल उपज देती है।
  5. मूली की रैपिड रेड व्हाइट टिपड किस्म: लाल छिलके वाली मूली की किस्म को रैपिड रेड व्हाइट टिप्ड मूली (Rapid Red White Tipped Radish) कहा जाता है। इस मूली की जड़ें छोटी होती हैं। इस मूली को खाने में मिर्ची जैसा स्वाद आता है। खेत में, रैपिड रेड व्हाइट टिप्ड मूली की किस्म 25-30 दिनों में पक जाती है।
  6. क्रॉस एक्स 35 हाइब्रिड मूली: इस तरह की मूली 18-22 सेमी लंबी होती है। इसका कुल वजन 480 ग्राम तक होता है। खेत में, यह किस्म लगभग 30 से 35 दिनों में पक जाती है। इसकी जड़ों का रंग सफेद होता है। यह मूली किसानों द्वारा साल भर लगाए जाने के लिए उपयुक्त है।
  7. एसकेएस 55 हाइब्रिड मूली: इस मूली को खेत में पकने में 40-42 दिन लगते हैं। इस तरह की मूली का वजन 550 ग्राम तक हो सकता है। इस तरह की मूली 30 से 35 सेंटीमीटर लंबी होती है। इसकी जड़ें बेलनाकार (Cylindrical roots) होती हैं और इनका रंग चमकदार सफेद होता है। एसकेएस 55 हाइब्रिड मूली की किस्म में कुछ हद तक मिर्ची जैसा स्वाद होता है।
  8. हाइब्रिड मूली HRD 18: इस हाइब्रिड मूली को पकने में 40-45 दिन लगते हैं। इसकी जड़ें 35-40 सेमी लंबी, 8.5 सेमी व्यास की, चमकदार सफेद रंग की और बेलनाकार होती हैं। इस मूली को खाने में कुछ मिर्ची जैसा स्वाद होता है। यह किस्म किसानों को कम लागत में अधिक उपज प्रदान करती है।
  9. HRD 24 हाइब्रिड मूली: इस मूली को पकने में 35 दिन लगते हैं। इस तरह की मूली की जड़ें 20-25 सेमी लंबी होती हैं। इस खास तरह की मूली की जड़ चिकनी, सफेद होती है। पकने के बाद भी, इसकी जड़ें काफी समय तक जमीन में रह सकती हैं।
  10. फर्राटा 31 हाइब्रिड मूली: इस मूली को पकने में 28-34 दिन लगते हैं। इस किस्म की जड़ों का वजन 450 ग्राम, लंबाई 25 से 30 सेमी, परिधि 7.6 सेमी और रंग चमकदार सफेद (Colour bright white) होता है। इस संकर मूली का स्वाद थोड़ा मिर्च जैसा होता है। इस किस्म की उपज अधिक होती है। इसके अलावा, यह प्रजाति उच्च तापमान को भी झेल सकती है।

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