Potato crop: आलू की फसल में लग गया है झुलसा रोग, बचाव के लिए अपनाएं यह तरीका
Potato crop: भीषण ठंड और शीतलहर से लोग परेशान हैं, लेकिन किसान भी अपनी फसल को लेकर चिंतित हैं। आलू (Potato) की फसल में झुलसा रोग लगने से किसान खास तौर पर चिंतित हैं। पिछले चार दिनों से चल रही शीतलहर से चिंतित किसान आलू की फसल को झुलसा रोग से बचाने के लिए कई तरह की सावधानियां बरत रहे हैं। आपको बता दें कि गोपालगंज में आलू की खेती का बड़ा कारोबार है। फसल का नुकसान इन किसानों के लिए चिंता का विषय है। ऐसे में आलू को झुलसा रोग से बचाने के लिए किसान कई तरह की सावधानियां बरत रहे हैं और संभावित दवाओं के लिए कृषि विशेषज्ञों और अनुभवी किसानों से सलाह ले रहे हैं।
आलू (Potato) में झुलसा रोग से बचने के लिए वे खेतों में इस दवा का छिड़काव करें
एक अनुभवी किसान ने दी जानकारी इस मामले की अधिक जानकारी के लिए मीडियाकर्मियों ने कुछ किसानों से भी बात की। कुचायकोट प्रखंड के सेमरा बाजार के अनुभवी किसान विपिन प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि झुलसा रोग से बचने के लिए वे खेतों में मैंकोजेब का छिड़काव कर रहे हैं। पिछले 15 वर्षों से इस दवा से उन्हें सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। झुलसा रोग की चिंता कम करने के लिए इस दवा का पहले से ही छिड़काव किया जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि फसल पकने तक हर 15 दिन में इस दवा का छिड़काव करना चाहिए।
ब्लाईट रोग: यह क्या है?
आपको बता दें कि रबी की फसलें सर्दियों के महीनों में ब्लाईट रोग (Blight Disease) की चपेट में आती हैं। आलू की फसल पर इसका सबसे ज्यादा असर होता है। आलू की फसल के लिए यह एक गंभीर समस्या है, जिससे उसे गंभीर नुकसान पहुंचने की संभावना है। आलू की पत्तियों पर छोटे-छोटे काले धब्बे इस बीमारी के लक्षणों में से एक हैं। इससे वनस्पति को भी नुकसान पहुंचता है। इस बीमारी का कारण फंगस फाइटोस्फेरा इन्फेस्टान्स है।