AGRICULTURE

Paddy Crop: 10 जून से पहले कर लें ये काम, धान की फसल रहेगी मस्त

Paddy Crop: बिहार समेत देश के अधिकांश राज्यों में धान की खेती होती है।कृषि विशेषज्ञों का अनुमान है कि 15 जून तक धान की रोपाई शुरू हो जाएगी। ऐसे में धान की रोपाई (Rice Transplantation) से पहले किसानों को पौध तैयार कर खेत तैयार कर लेने चाहिए। पौध की अच्छी पैदावार के लिए उसकी गुणवत्ता बहुत जरूरी है। पौध बोने से पहले बीजों को उपचारित करने के अलावा मिट्टी की जांच और उपचार भी करना होता है। इससे कई अन्य तरह की समस्याओं के अलावा फसलों में कीटों का प्रकोप भी नहीं होता।

Paddy crop

जिले के मझौलिया प्रखंड के माधोपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अभिषेक प्रताप सिंह ने नर्सरी की देखभाल और उचित लागत पर धान की बेहतर पैदावार के लिए कुछ बेहद सटीक दिशा-निर्देश दिए हैं। डॉ. अभिषेक के अनुसार धान की खेती करने वाले किसान 15 जून तक नर्सरी में बीज बो सकते हैं और फिर 25 दिन के अंतराल पर पौध रोप सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले खाद और वर्मीकम्पोस्ट (Manure and Vermicompost) का इस्तेमाल कर जमीन को अच्छी तरह तैयार करें।

पोषक तत्वों को संभालने की तकनीक

डॉ. अभिषेक का दावा है कि ज़्यादातर किसान यूरिया, जीएपी और पोटाश (Urea, GAP and Potash) पर निर्भर रहते हैं, क्योंकि वे चावल की फ़सलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं। ऐसे में किसानों को कम से कम 200 से 250 क्विंटल सड़ी हुई गोबर की खाद डालकर खेत तैयार करना चाहिए। इससे फ़सलों को कैल्शियम, मैग्नीशियम, कोबाल्ट, निकल, आयरन और मैंगनीज़ जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व मिलते हैं।

इस तरह से बीज डालें

ऐसा करने के बाद, उन्नत किस्म के धान को पूरे एक दिन के लिए पानी में भिगो दें। फिर, इसे छान लें और इसके ऊपर जूट का बोरा रख दें। तैयार खेत में धान को अंकुरित होने तक सींचने के बाद, पानी जमने के बाद छिड़काव करें। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान, याद रखें कि आपको आगे से पीछे की ओर क्रमिक (Gradual) रूप से छिड़काव करना चाहिए। इससे बीज का अंकुरण बेहतर होगा। अब जब बीज छिड़क दिए गए हैं, तो खेत से बचा हुआ पानी निकाल दें, क्योंकि इससे बीज सड़ने लगेंगे।

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