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Onion Cultivation: इस विधि से करें प्याज की खेती, होगा बम्पर मुनाफा

Onion Cultivation: पिछले कई सालों में Onion के दाम में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इसको लेकर प्रशासन चिंतित है। कुछ दिन पहले ही Onion पर निर्यात कर कम किया गया था। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल Onion की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक हो सकती है। बहरहाल, खुदरा क्षेत्र में Onion की कीमत अभी भी 60 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है। प्रशासन इस दौरान दूसरे राज्यों से Onion आयात करने के बजाय राज्य के अपने Onion उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। सरकार की ओर से किसानों को Onion की खेती के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही, किसानों को सरकार की ओर से बिना किसी खर्च के बेहतर किस्म के बीज भी मिल रहे हैं। Onion के बीज प्राप्त करने के लिए उत्पादकों को उद्यान विभाग में पंजीकरण कराना होगा।

Onion cultivation
Onion cultivation

कई सालों में Onion के दाम में उल्लेखनीय वृद्धि

जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने मीडिया को बताया कि पिछले कई सालों में प्याज के दाम में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसके चलते अब ग्राहकों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ रहा है। इसे देखते हुए राज्य का प्रशासन प्याज उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। शाहजहांपुर जिले में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 300 हेक्टेयर भूमि पर प्याज की खेती की जानी है। किसानों को इसकी जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा, किसानों को निशुल्क उन्नत किस्म के प्याज के बीज मिल रहे हैं। इसके अलावा किसानों को प्याज उगाने की तकनीकी जानकारी भी मिल रही है।

ये अभिलेख जरूरी हैं।

पुनीत कुमार पाठक के अनुसार, राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास फाउंडेशन किसानों को बीज उपलब्ध कराता है। किसानों को यह बीज बिल्कुल मुफ्त मिलेगा। बीज प्राप्त करने के लिए किसानों को बागवानी विभाग में पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण के लिए किसानों को अपनी बैंक पासबुक, आधार कार्ड, खतौनी और दो फोटो देने होंगे। पंजीकरण के बाद किसान जिला बागवानी अधिकारी कार्यालय से निशुल्क प्याज के पौधे ले सकते हैं।

नर्सरी तैयार करते समय इन बातों का ध्यान रखें।

प्याज की पौध लगाते समय पुनीत कुमार पाठक ने उच्च गुणवत्ता वाली उपजाऊ मिट्टी का चयन करने की सलाह दी। खेत को तैयार करने के लिए जुताई करें। बीजों को छह से आठ घंटे पानी में भिगोएं। बीजों को पंक्तियों में 5 से 7.5 सेमी की दूरी पर और 1 सेमी गहराई पर लगाएं। बार-बार पानी दें। नर्सरी के पौधे 10 से 12 सेमी की लंबाई होने पर रोपाई के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।

प्याज की रोपाई कैसे की जाती है?

पुनीत कुमार पाठक के अनुसार, खेत में तैयार प्याज की नर्सरी लगाना सबसे महत्वपूर्ण कदम है। मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए पहले जमीन को अच्छी तरह से जोत लें। खेत में कम्पोस्ट खाद या गोबर की खाद डालें। बड़े, समतल गड्ढे बनाएं जिसमें पौधे रोपें। नर्सरी लगाते समय दूरी का पूरा ध्यान रखें। पंक्तियों को 30 से 35 सेमी की दूरी पर रोपें, फिर पौधों को 20 से 25 सेमी की दूरी पर लगाएं। पौधे की जड़ों से गड्ढे को भरें, फिर उसमें मिट्टी भर दें। रोपाई के बाद जितनी जल्दी हो सके, हल्का पानी दें। खेत में खरपतवार दिखाई देने पर उसे उखाड़ते रहें। खरपतवार निकालते रहें। एक एकड़ प्याज की खेती से आम तौर पर 2 से 5 लाख रुपये तक की उपज होती है। बीज से उगाए गए प्याज को तैयार होने में 120 से 150 दिन लगते हैं। वहीं, पौधों से उगाए गए प्याज को पकने में 70-80 दिन लगते हैं।

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