Mushroom Cultivation: मशरूम की खेती पर सरकार दे रही है 50% की सब्सिडी, जानें पूरी जानकारी
Mushroom Cultivation: सर्दियों में मशरूम उगाना किसानों के लिए पैसे कमाने का एक बेहतरीन जरिया बन गया है। सर्दियों में मशरूम की खेती करने वाले किसानों को अच्छी पैदावार देखने को मिल रही है। खास बात यह है कि मशरूम को एक दिन में ही खाया जा सकता है। मशरूम की खेती से अब पटना और दूसरे इलाकों के किसानों की आमदनी बढ़ रही है। सरकार की मदद और किसानों की मेहनत की बदौलत यह कंपनी तेजी से आगे बढ़ रही है। किसानों के मुनाफे को बढ़ाने के अलावा, मशरूम की खेती ग्राहकों (Farming Customers) के लिए एक सेहतमंद विकल्प बन गई है।
Mushroom Hut का निर्माण और उत्पादन
राज्य में मशरूम की बढ़ती ज़रूरत को देखते हुए, बिहार कृषि विभाग के बागवानी निदेशालय ने दो अनोखे कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिससे किसानों का मुनाफ़ा तीन गुना बढ़ जाएगा। विभाग की पहल के परिणामस्वरूप पटना जिले में लगभग 25 मशरूम हट बनाए गए हैं। प्रत्येक हट में औसतन 1,000 किट लगाए गए हैं। साथ ही, ये सभी मशरूम हट (Mushroom Hut) किसानों के लिए औसतन लगभग 1500 किलोग्राम मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं।
बाजार में मशरूम की सीधी हो रही है आपूर्ति
बाजार में किसानों से मशरूम की सीधी आपूर्ति हो रही है। पटना के बाजारों में मशरूम की भारी मांग है। किसान पहले से ही इसे 160 से 180 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच बेच रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप किसानों की आय में नाटकीय रूप से सुधार हुआ है।
सरकारी मदद से किसानों की बढ़ी दिलचस्पी
कृषि विभाग का दावा है कि मशरूम उत्पादन (Mushroom Production) को बढ़ावा देने के लिए 50% सब्सिडी पर मशरूम हट बनाने की योजना चलाई जा रही है। इस योजना से किसानों को मदद मिल रही है और इसके चलते वे आधुनिक तरीके से मशरूम की खेती कर रहे हैं। पटना उद्यान निदेशालय के सहायक निदेशक अमरजीत कुमार राय के अनुसार, ठंड के इस मौसम में मशरूम का उत्पादन अच्छा हो रहा है। इस योजना से किसानों को मदद मिल रही है और उनकी आमदनी भी बढ़ रही है।