Flower Farming: गेंदे के फूल की खेती करते समय इन बातों का रखें ध्यान
Flower Farming: अगर आप किसान हैं और कम लागत में खेती करके अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आप अपने खेत में गेंदा के फूल उगा सकते हैं। हालांकि इस फसल की लागत कम है, लेकिन इससे अच्छा मुनाफा होता है। हर धार्मिक उत्सव में गेंदा के फूल का इस्तेमाल होता है। ऐसे में इसकी काफी मांग है। सिरोही क्षेत्र में कुछ साल पहले तक गेंदा के फूल नहीं उगाए जाते थे, लेकिन आज किसान भी इसे उगा रहे हैं। जिले के खराट तरतोली गांव में किसान मोहनलाल परमार ने अपने खेत में करीब एक बीघा जमीन पर गेंदा के फूल उगाए हैं।
साल में चार से पांच बार खिलते हैं फूल (Flower)
किसान मोहनलाल के मुताबिक गेंदा की पहली बुवाई बारिश के मौसम में होती है। कुछ किसान खुद पौधे तैयार करते हैं तो कई पहले से तैयार पौधे रख लेते हैं। जुलाई में वे पौधे जमीन में रोप देते हैं। यहां पौधों को कीटनाशक और पानी देने के लिए ड्रिप सिस्टम (Drip System) का इस्तेमाल किया जाता है।
सर्दियों में फूलों की तुड़ाई शुरू होती है।
एक तुड़ाई में डेढ़ से दो क्विंटल फूल निकलते हैं। एक सीजन में चार से पांच बार तोड़े जाते हैं। यह करीब दस हजार डॉलर आया। इससे एक सीजन में चालीस से पचास हजार डॉलर की कमाई होती है। कुछ फूल तेज ठंड के कारण झुलस कर काले पड़ जाते हैं। इसलिए किसान को इससे बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
गेंदा उगाने के लिए ठंडा तापमान आदर्श होता है।
गेंदा ज्यादातर ठंडे मौसम की फसल है। आबू रोड क्षेत्र में सुहावनी सर्दियाँ होने के कारण यह वातावरण गेंदे के लिए अनुकूल है। ठंडी जलवायु में गेंदे की वृद्धि और फूल की गुणवत्ता बेहतरीन होती है। गेंदा तीनों मौसमों में उगाया जाता है- मानसून, सर्दी और गर्मी- जलवायु के आधार पर। जुलाई के पहले सप्ताह से, बीज 15 दिन के अंतराल पर बोए जाते हैं और फसल अक्टूबर से अप्रैल के बीच काटी जाती है।
गेंदा पानी को बनाए रखने वाली मिट्टी में पनपता है।
गेंदा कई तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है। गेंदा पानी को बनाए रखने वाली और उपजाऊ मिट्टी में पनपता है। गेंदे की फसल के लिए भरपूर धूप की जरूरत होती है। हालांकि छाया में लगाने पर यह अच्छी तरह से उगता है, लेकिन कई फूल नहीं खिलते।