Dates Farming: किसानों को आसानी से मालामाल बना सकती है खजूर की खेती
Dates Farming: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर क्षेत्र में खजूर की खेती किसानों को मालामाल कर रही है। विंध्य क्षेत्र की तर्ज पर झांसी और चित्रकूट में भी खजूर की खेती शुरू होगी। प्रदेश का योगी प्रशासन किसानों से खजूर की खेती करने की अपील कर रहा है। सब्सिडी वाले पौधे देने के साथ ही खेती की विधि भी समझा रहा है। डीएम प्रियंका निरंजन की पहल पर पिछले साल 250 पौधे लगाकर खेती की शुरुआत हुई थी। प्रशासन ने इस साल भी पांच हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है।
पांच हेक्टेयर में खजूर (Dates) की खेती का लक्ष्य
जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम के मुताबिक शासन ने पांच हेक्टेयर में खजूर की खेती का लक्ष्य रखा है। इसमें 810 बरही प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे। एक पौधे पर शासन 50 फीसदी सब्सिडी देगा। खजूर की खेती के लिए राजस्थान से टिशू कल्चर के पौधे मंगाए गए हैं।
जोधपुर और जैसलमेर में किसानों को प्रशिक्षण दिया गया
मिर्जापुर में किसानों को स्थानीय परिवेश के अनुरूप खेती करने का प्रशिक्षण दिया गया। मिर्जापुर की परिस्थितियों के आधार पर बरही, मेल और हल्लवी खजूर की प्रजातियां किसानों के लिए उपयुक्त हैं। इसके अलावा झांसी और चित्रकूट में भी खेती की जाएगी। मेवाराम के अनुसार, मिर्जापुर की तर्ज पर झांसी और चित्रकूट में खेती की जाएगी। एक हेक्टेयर में 162 पौधे लगाए गए हैं। पौधों के बीच 25 फीट की दूरी है। ये पौधे 80 साल तक फल देते हैं और तीन से चार साल में ही तैयार हो जाते हैं। एक पौधे से दस से बारह हजार रुपये की कमाई हो सकती है।
बाजार में खजूर की कीमत 60 से 70 रुपये प्रति किलोग्राम है
इस खेती से किसानों को फायदा है। किसान नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। पहले किसान कुछ चुनिंदा कृषि तकनीकों का ही इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। किसान इन दिनों नई तरह की फसलें उगा रहे हैं। वे नई तकनीक का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे उन्हें काफी मुनाफा हो रहा है।