Brinjal Cultivation: इस फार्मूले से कोहरे में नहीं खराब होगी बैंगन की खेती
Brinjal Cultivation: सर्दी के मौसम के आते ही कोहरे का दौर शुरू हो गया है। खासकर सुबह के समय खेतों में बहुत कोहरा रहता है। इस कोहरे से बैंगन (Brinjal) की पैदावार को नुकसान पहुंचने की संभावना है। कई किसान नुकसान भी उठा रहे हैं। अगर आप बैंगन की खेती भी करते हैं और कोहरे से फसल को नुकसान हो रहा है तो यह मिश्रण फसल के लिए सुरक्षित रहेगा और उत्पादन में सुधार होगा।
Brinjal की फसल को नुकसान हो रहा है तो यह करें
बैंगन एक ऐसी फसल है जिसे बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। अगर बैंगन के खेत में पानी जमा हो जाए तो तुरंत पानी की निकासी की योजना बनाएं। इसके अलावा, अगर फसल में किसी तरह की बीमारी जैसे कि बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण हो तो दवा का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए स्टेफ्रोसिटिन, नैटिवो और वेबसेटियन दवा का छिड़काव करना चाहिए। अगर फल छेदक कीट की समस्या है तो कीटनाशक का इस्तेमाल जरूरी है। अगर पत्तियां पीली पड़ रही हैं तो फसल में नाइट्रोजन की कमी है; इसे फसल में खाद देकर ठीक किया जा सकता है।
इन दवाओं का छिड़काव करके इस्तेमाल करें
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. नवीन कुमार सिन्हा ने मीडिया को बताया कि बैंगन की खेती में पानी और नमी का खास ध्यान रखना पड़ता है। सर्दियों में अधिक नमी के कारण बैक्टीरिया और फंगल रोग हो सकते हैं। इसके लिए 1 मिली लीटर नैटिवो और बैस्टियन दवा को 1 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। इसके अलावा, अगर उकता रोग है तो 1 लीटर पानी में 10 से 12 ग्राम ट्राइकोडर्मा दवा का घोल बनाकर छिड़काव करने से भी बीमारी से बचा जा सकता है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।