Beans Farming: बम्पर कमाई के लिए सर्दियों में किसान करें इस सब्जी की खेती
Beans Farming: बिहार के औरंगाबाद में भी बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती की जाती है। किसान कई तरह की सब्जियां उगाते हैं। वहीं, औरंगाबाद के किसान सब्जी की खेती से लाखों कमा रहे हैं। किसानों के लिए बीन्स (Beans) की खेती भी एक आकर्षक खाद्य पदार्थ है। इसकी खेती से भी किसानों को काफी पैसा मिल सकता है। औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के किसान शंकर मेहता पांच बीघे में बीन्स की खेती करते हैं। बीन्स की खेती से किसानों को सालाना तीन लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी होती है।
सरकार ने कई कार्यक्रम चलाए हैं।
किसान शंकर मेहता के मुताबिक सरकार भी खेती से जुड़े कई कार्यक्रम चलाती है। कृषि और बागवानी विभाग भी खेती के लिए सब्सिडी देते हैं। बागवानी विभाग किसानों को कृषि सिंचाई के लिए ड्रिप लाइन और पौधे उपलब्ध कराता है। उच्च कृषि उपज के लिए सबसे बेहतरीन सिंचाई तकनीक ड्रिप सिंचाई है। सब्जियों को पर्याप्त पानी मिले, इसके लिए खेतों में ड्रिप सिस्टम लगाया गया है, क्योंकि अधिक उत्पादन के लिए सिंचाई जरूरी है।
इसे साल में दो बार उगाया जाता है।
किसान शंकर मेहता के मुताबिक, वे बीन्स के अलावा टमाटर भी उगाते हैं। साल में दो बार दोनों फसलें उगाई जाती हैं। इससे अच्छी खासी कमाई हो जाती है। किसान के मुताबिक, अक्टूबर से नवंबर तक का महीना बीन्स उगाने के लिए आदर्श होता है। इस सब्जी की बाजार में काफी मांग रहती है और 60 से 70 दिन में यह उपलब्ध हो जाती है।
एक बीघा में करीब 10-15 क्विंटल बीन्स (Beans) पैदा होती है।
बीन्स की कीमत 3200 रुपये प्रति क्विंटल है। किसान शंकर मेहता के मुताबिक, सब्जी खरीदने वाले अक्सर औरंगाबाद जैसे पड़ोसी जिलों से आते हैं। यहीं से हम थोक में सब्जियां खरीदते हैं और उन्हें ले जाते हैं। बीन्स थोक में करीब 3200 रुपये प्रति क्विंटल बिकती हैं। करीब पांच बीघा में एक साथ बीन्स की खेती हो रही है। सिर्फ बीन्स से ही साल में तीन लाख रुपये की कमाई होती है।