Maize Cultivation: मक्के की खेती में डालें ये लिक्विड खाद, फसल में होगी बढ़ोतरी
Maize Cultivation: रबी की फसल जैसे गेहूं और सरसों की कटाई के बाद खेत खाली हो जाते हैं। किसान पिछले कई सालों से मार्च से जून तक साठा धान की खेती करते आ रहे हैं। यह धान ज्यादातर भूमिगत जल का इस्तेमाल करके उगाया जाता था। शाहजहांपुर समेत कई जिलों में भूमिगत जल के लापरवाही से इस्तेमाल के कारण साठा धान की खेती पर रोक लगा दी गई है। तब से किसान साठा धान की जगह मक्का की खेती (Maize Cultivation) कर रहे हैं। किसान बहुत कम लागत में काफी मक्का पैदा कर सकते हैं। अप्रैल का महीना मक्का की खेती के लिए आदर्श माना जाता है। इन दिनों मक्का के पौधे तेजी से बढ़ते हैं, लेकिन कई बार ये बढ़ना बंद हो जाते हैं।

कृषि विशेषज्ञ नरवीर सिंह के मुताबिक अप्रैल में मक्का के पौधे तेजी से बढ़ते हैं। हालांकि, कई बार किसान मक्का के पौधे जितना बढ़ना चाहिए, उतना नहीं बढ़ने पर भी काफी पैसा खर्च कर देते हैं, जिसका असर उत्पादन पर पड़ता है। किसान अगर मक्का की फसल (Maize Harvest) पर “मैक्स यील्ड” नामक उत्पाद का इस्तेमाल करें तो उन्हें अच्छी उत्पादकता मिलेगी।
इस खाद का इस्तेमाल कैसे करें?
मक्का की फसल पर मैक्स यील्ड का इस्तेमाल करने के दो तरीके हैं। एक लीटर मैक्स यील्ड को खाद के साथ मिलाकर एक एकड़ मक्का में डालना चाहिए। अगर किसान मैक्स यील्ड (Max Yield) का इस्तेमाल करके छिड़काव करें तो लागत कम होगी। दो मिलीलीटर प्रति लीटर घोल बनाकर 150 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
यह है लागत
मैक्स यील्ड के इस्तेमाल से मक्का के पौधों का विकास तेजी से होता है, जिससे बाद में पैदावार अधिक होती है। मैक्स यील्ड में जिंक, मैंगनीज और बोरॉन के साथ जिबरेलिक एसिड (Gibberellic Acid) भी मौजूद होता है, जो बहुत प्रभावी होता है। एक लीटर मैक्स यील्ड का बाजार मूल्य करीब 550 रुपये है।