Success Story: यूपी के इस किसान ने गोबर के उपले बेचकर कमाया मोटा मुनाफा
Success Story: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के किसान खेती में कमाल कर रहे हैं। किसान घर बैठे इस खेती से मोटी कमाई कर रहे हैं। साथ ही हम आपको एक ऐसे किसान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका जैविक खेती (Organic Farming) में लंबा इतिहास रहा है। हम बात कर रहे हैं सहारनपुर के मेहरबानी गांव के किसान आदित्य त्यागी की। आठ साल पहले वन विभाग से रिटायर होने के बाद उन्होंने जैविक खेती शुरू की। अब वे जैविक खेती से अच्छी कमाई कर रहे हैं।

गाय के गोबर से निपटना
आदित्य त्यागी एक किसान हैं जो देशी गाय पालते हैं और जैविक खेती करते हैं। हालांकि, कुछ लोग गाय का दूध बेचकर अच्छा खासा पैसा कमाते हैं। आदित्य त्यागी देशी गायों के गोबर से ज्यादा और दूध से कम पैसा कमा रहे हैं। देशी गायों के गोबर से आदित्य त्यागी ने छोटे-छोटे उपले बनाए हैं जिन्हें वे ऑनलाइन और ऑफलाइन (Online and Offline) दोनों जगह बेचते हैं। क्योंकि बड़े शहरों में हवन-पूजा के लिए उपले की जरूरत होती है तो वे उपलब्ध नहीं होते।
दूध मुनाफे से पांच गुना कम लाभदायक
ऐसी परिस्थितियों में वे गाय के गोबर से बने ये उपले ऑनलाइन खरीदते हैं। गाय के गोबर से बने ये छोटे-छोटे उपले आदित्य त्यागी तैयार करते हैं और इन्हें 250 से 300 रुपये प्रति किलोग्राम बेचते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो वे देशी गायों के गोबर से दूध से पांच गुना ज्यादा पैसा कमाते हैं। इसके अलावा, आदित्य त्यागी यह साबित कर रहे हैं कि गाय के गोबर (Cow Dung) से अच्छा मुनाफा होता है और हिंदू धर्म में दूध से ज्यादा फायदेमंद है।
आदित्य त्यागी को देखकर दूसरे किसान भी उनसे प्रेरित होते हैं और उनके जैसे ही काम करना चाहते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार गाय का गोबर पवित्र होता है। इसलिए गाय के गोबर का इस्तेमाल भक्ति में करना बहुत ही सौभाग्य की बात है।
गाय के गोबर की कीमत 300 रुपये प्रति किलोग्राम
आदित्य त्यागी नामक किसान ने मीडिया को बताया कि वह खेती के अलावा देशी गाय भी पालते हैं। वह देशी गाय के गोबर से छोटे-छोटे उपले बनाते हैं। कहा जाता है कि एक उपले को जलाने और उस पर दस मिलीग्राम देसी गाय का घी लगाने से एक टन ऑक्सीजन (Ton Oxygen) बनती है, लेकिन भारत में हम यह भूल रहे हैं। हालांकि पहले के समय में घरों में भी गाय के गोबर का इस्तेमाल होता था। आजकल गायों को सिर्फ दूध के लिए पाला जाता है।
गाय के गोबर से बने उपलों की ऑनलाइन बहुत ज्यादा है मांग
उन्होंने कहा, “बहुत कम लोग देसी गाय पालते हैं। इसलिए दूध कम मिलता है।” आदित्य के अनुसार देसी गायों के दूध से ज्यादा उनके मल-मूत्र की कीमत होती है। महानगरों और बड़े शहरों में रहने वाले लोग पढ़े-लिखे भी हैं। उन्हें इस गाय के गोबर की उपयोगिता का पता है। ये लोग इस उपले को ऑनलाइन खरीदते हैं और अपने घरों में रोजाना जलाते हैं। घर बैठे आप बंपर कमाई कर सकते हैं। इस उपले को जलाने से वातावरण भी शुद्ध होता है। साथ ही मक्खी-मच्छर (Flies and Mosquitoes) भी कम होते हैं। आदित्य त्यागी के अनुसार उन्होंने तीन इंच गोबर से उपला बनाया है। अमेजन इस उपले को 250 से 300 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच बेच रहा है। वहीं, यह सोचना भी मुश्किल है कि देसी गाय के गोबर की इतनी ज्यादा कीमत मिल सकती है।