Strawberry Farming Profit: सुल्तानपुर के इस किसान ने स्ट्रॉबेरी की खेती कर कमाए लाखों रुपए
Strawberry Farming Profit: भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि क्षेत्र में आज भी 55% आबादी कार्यरत है। यही कारण है कि भारत स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही धीरे-धीरे आधुनिकता और विज्ञान (Modernity and science) को कृषि में समाहित करता आ रहा है। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर क्षेत्र का एक किसान अब स्ट्रॉबेरी की खेती से लाखों रुपए कमा रहा है। उसने स्ट्रॉबेरी के पौधों के लिए बाहर से ऑर्डर दिया था। उसे देखकर के अन्य किसान भी स्ट्रॉबेरी की खेती करने लगे हैं।

पौधे के लिए ऑर्डर
सुल्तानपुर के नरेंद्रपुर गांव के किसान राधेश्याम वर्मा ने स्थानीय एटीएम को बताया कि उन्होंने पुणे से यह स्ट्रॉबेरी का पौधा (strawberry plant) खरीदा है और अपने खेतों में इसे उगा रहे हैं और इसके बेहतरीन नतीजे मिल रहे हैं। उन्होंने पच्चीस हजार स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाए हैं। इस खेती में उन्होंने डेढ़ लाख रुपए खर्च किए हैं।
कमाई
राधेश्याम वर्मा के मुताबिक स्ट्रॉबेरी की खेती में उन्हें डेढ़ लाख रुपए खर्च करने पड़े हैं, लेकिन वे जितना खर्च कर रहे हैं, उससे करीब तीन गुना ज्यादा कमाई कर रहे हैं। बागवानी विभाग के सहायक उद्यान निरीक्षक दिनेश सिंह उनकी खेती में काफी मदद करते हैं। उनके अनुसार, स्ट्रॉबेरी के पौधे 45 से 60 दिनों में तैयार हो जाते हैं और 60 दिनों में फलों की तुड़ाई शुरू हो जाती है।
राधेश्याम के पास डिग्री
इसके अलावा, राधेश्याम अपनी कृषि शिक्षा का भी जिक्र करते हैं। इसी वजह से उन्होंने स्ट्रॉबेरी उगाने (Strawberry growing) के लिए आधुनिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाया है। शास्त्री की डिग्री हासिल करने के अलावा उन्होंने विज्ञान स्नातक की डिग्री भी हासिल की है। आपको बता दें कि उद्यान विभाग राधेश्याम को कई तरह के प्रोत्साहन और सब्सिडी देता है।