AGRICULTURE

Mustard Farming: सरसों की फसल को बर्बाद कर देते हैं ये जानलेवा रोग, जानें बचाव के उपाय

Mustard Farming: सरसों की फसलों में कीटों के संक्रमण से अक्सर उत्पादन और गुणवत्ता (Production and Quality) प्रभावित होती है। यदि कीटों का समय पर पता नहीं लगाया गया तो किसानों को काफी नुकसान हो सकता है। ऐसे में किसानों के लिए सरसों की फसलों में कीटों की तुरंत पहचान करना और उचित उपचार लागू करना बहुत जरूरी है।

Mustard farming
Mustard farming

आपको बता दें कि सॉफ्लाई और एफिड जैसे कीटों से सरसों की फसलों पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। रासायनिक और जैविक सावधानियों का उपयोग करके इनसे बचा जा सकता है।

सरसों में मुख्य कीटों की पहचान और नियंत्रण

लाही

नरम, पंख वाले या पंखहीन, एफिड पीले, हरे या काले भूरे रंग के कीट होते हैं। नरम पत्तियों, टहनियों, तनों, पुष्पक्रमों और फलियों का रस कीट के वयस्क और निम्फ (Adult and Nymph) द्वारा चूसा जाता है। प्रभावित पत्तियां मुड़ जाती हैं।

प्रशासन:

  • खेत में प्रति हेक्टेयर दस येलो ट्रैप होने चाहिए।
  • नीम पर आधारित कीटनाशक एजाडिरेक्टन 1500 पीपीएम की 5 मिली लीटर मात्रा। 1 मिली लीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर फसल पर छिड़काव करें।
  • यदि संक्रमण गंभीर है, तो इमिडाक्लोप्रिड 8% SL 1 मिली प्रति 3 लीटर पानी, ऑक्सीडेमेटन मिथाइल 25 EC 1 मिली प्रति लीटर पानी, या थायमेथोक्सम 25% WG @ 1 ग्राम प्रति लीटर पानी जैसे रासायनिक कीटनाशक (Chemical Insecticides)व का छिड़काव किया जाना चाहिए।

आरा मक्खी 

वयस्क कीटों के सिर काले होते हैं और उनका रंग नारंगी-पीला होता है। इसे सॉफ्लाई के नाम से जाना जाता है क्योंकि इसकी मादा अंडकोष आरी जैसा दिखता है। इसके लार्वा पत्तियों को काटते हैं, जिससे नुकसान होता है।

प्रशासन:

फसल पर 5 मिली लीटर एज़ाडिरैक्टिन 1500 पीपीएम, नीम पर आधारित कीटनाशक, 1 मिली लीटर प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव किया जाना चाहिए। उपयोग करने के लिए सबसे अच्छा रासायनिक कीटनाशक 30% EC डाइमेथोएट का 5 मिली लीटर है। फसल पर प्रति लीटर पानी में 1.5 मिली लीटर क्लीनफोस 25% EC का घोल डालें।

Related Articles

Back to top button