Cauliflower cultivation: बोकारो के किसान ने फूलगोभी की खेती से कमाए लाखों
Cauliflower cultivation: बोकारो जिले के चंद्रपुरा प्रखंड के तेलोन गांव के समर्पित किसान संदीप महतो ने फूलगोभी की खेती कर एक नया मानक स्थापित किया है। पचास दशमलव क्षेत्र में फूलगोभी की खेती कर संदीप हर साल अच्छी कमाई कर रहे हैं और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे हैं। मीडिया से खास बातचीत में किसान संदीप ने अपनी उपलब्धियों के बारे में बताया और कहा कि खेती उनका पारंपरिक व्यवसाय है, इसलिए वे पिछले 20 वर्षों से इससे जुड़े हैं।
इसी समय फूलगोभी की खेती (Cauliflower cultivation) करने का फैसला किया।
चूंकि किसान अपनी मांग के अनुसार जून से जुलाई और फरवरी तक इस फसल को उगा सकते हैं, इसलिए यह कम समय में उपलब्ध हो जाती है। संदीप ने बताया कि उन्होंने फूलगोभी की फसल अक्टूबर में लगाई थी और इसके लिए मुकेश और सिंजेंटा फर्म से विशेष रूप से भाग्यशाली किस्म का चयन किया था, जो मात्र 110 से 180 दिनों में तैयार हो जाती है और भारी मात्रा में उत्पादन देती है।
फूलगोभी की खेती शुरू करने से पहले मिट्टी का पीएच स्तर जानने के लिए मिट्टी की जांच कर लेनी चाहिए। इसके बाद खेत की अच्छी तरह जुताई कर देनी चाहिए और फसल को बीमारी से बचाने के लिए नर्सरी में तैयार पौधों को गर्म पानी या स्ट्रेप्टोमाइसिन के घोल में भिगोकर रोपना चाहिए। पौधों को रोपते समय 60 सेमी की दूरी पर लगाना चाहिए और कुछ दिनों के बाद उत्पादन बढ़ाने के लिए थोड़ी मात्रा में गोबर और जैविक खाद डाल देना चाहिए।
50 डिसमिल क्षेत्र में करीब 40 से 50 क्विंटल फूलगोभी का उत्पादन होता है, जिसकी लागत करीब 30 से 35 हजार रुपये आती है। इसे वे बाघमारा, धनबाद, बेरमो और फुसरो के बाजारों में बेचते हैं और अच्छा मुनाफा कमाते हैं- 2000 रुपये प्रति क्विंटल तक, जिससे उन्हें 60 से 65 हजार रुपये का मुनाफा और एक लाख रुपये तक की आमदनी होती है।