Tomato cultivation: टमाटर की खेती के लिए अपनाएं ये टिप्स, होगी जबरदस्त पैदावार
Tomato cultivation: राजस्थान के सिरोही जिले के मंडार, रेवदर और आबूरोड सेक्टर में टमाटर की बंपर पैदावार होने की उम्मीद है। फिलहाल किसान फसल की सिंचाई कर रहे हैं। पके हुए टमाटर को फिर गुजरात, जोधपुर, सुमेरपुर और अन्य राज्यों में भेजा जाता है। कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले में 4293 हेक्टेयर भूमि पर बेल वाली सब्जियां, भिंडी, टमाटर और मिर्च की खेती होती है। टमाटर कई तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है।
इसके लिए लाल और काली मिट्टी, चिकनी मिट्टी और बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है। इस सीजन में जिले के खराट गांव के किसान मोहनलाल परमार जो सौंफ की खेती करते हैं, उन्होंने टमाटर की खेती की है। किसान ने पत्रकारों को बताया कि वे टमाटर की पौध खुद तैयार कर सकते हैं या पहले से तैयार पौध खरीद सकते हैं।
टमाटर (Tomato) उगाने का सबसे अच्छा तरीका मल्चिंग है।
टमाटर उगाने के दौरान बीज बोने से पहले या बाद में प्लास्टिक का इस्तेमाल करना चाहिए। फिर ऊपर से उसके अंदर पौधे लगा देने चाहिए। इस विधि को मल्चिंग कहते हैं। इससे धरती ठंडी रहती है और टमाटर के पौधों को पानी की कम जरूरत होती है। पौधे खरपतवार से घिरे नहीं रहते।
इस विधि से टमाटर के पौधों की वृद्धि तेज होती है।
किसान के अनुसार टमाटर के पौधों को लगाने से पहले उनके बीच की दूरी का ध्यान रखना चाहिए। एक पंक्ति में पौधे एक फुट और दो पंक्तियों में चार फुट की दूरी पर होने चाहिए। इससे पौधे की वृद्धि अच्छी होती है।
पौधों को उगाने के लिए डंडियों का इस्तेमाल किया जाता है।
किसान मोहनलाल परमार के अनुसार टमाटर की खेती में पौधे को डंडियों के सहारे रखा जाता है और टमाटर के वजन को तार से बांधकर सुरक्षित रखा जाता है। पौधे को सुरक्षित रखने के लिए इसे बांध दें, क्योंकि जैसे-जैसे टमाटर आते हैं, उनका वजन बढ़ता जाता है। उन्होंने बताया कि ड्रिप सिंचाई प्रणाली लगाने से टमाटर को पानी और कीटनाशक दोनों मिल रहे हैं। करीब डेढ़ बीघा में टमाटर लगे हैं। एक बार में तीन से चार क्विंटल टमाटर निकलते हैं। बाजार में टमाटर की कीमत 25 से 30 रुपये प्रति किलोग्राम है।