Mint cultivation: पुदीना की खेती कर बंपर कमाई कर रहा है बहराइच का यह किसान
Mint cultivation: इसके बावजूद किसान कई तरह की कृषि गतिविधियों (Agricultural activities) में लगे रहते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे किसान के बारे में बताएंगे। पिछले कई सालों से यह किसान पुदीना उगा रहा है। उसके मुताबिक पुदीना बोने के तीन महीने बाद तैयार हो जाता है। इसके बाद इसकी कटाई की जाती है। कटाई के 20 दिन बाद यह फिर से उगता है। इस तरह से लगातार मुनाफा होता रहता है। इससे किसानों को अच्छी कमाई होती है।
लगन के समय आसमान छू रही है पुदीने की कीमत
वैसे तो पुदीना दो महीने में तैयार हो जाएगा। लेकिन अगर सही तरीके से तैयारी की जाए तो पुदीना करीब तीन महीने में पूरी तरह तैयार हो जाता है। किसान तीन महीने बाद इसे काटकर बेच सकते हैं। हालांकि पुदीना उन फसलों में से एक है जिसे दोबारा तैयार किया जाता है। काटने के हर 20 दिन बाद इसके पत्ते फिर से उग आते हैं। आप इसे लगातार तीन से चार महीने तक हर 20 से 22 दिन में इसी तरह से काट सकते हैं।
यह है पुदीने का भाव
पुदीने के बाजार भाव की बात करें तो शादियों के सीजन में यह काफी महंगा होता है। शादी के मौसम में इसकी कीमत ₹50 से ₹400 प्रति किलोग्राम के बीच होती है। हालांकि, अगर हम गैर-शादी के मौसम पर विचार करें, तो कीमत घटकर ₹30 प्रति किलोग्राम हो जाती है।
ऐसे उगायें पुदीना (Mint)
विशेषज्ञों का कहना है कि पुदीना उगाने के लिए पर्याप्त जल निकासी वाली मिट्टी आदर्श होती है। इसका पीएच 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए। फसल लगाने से पहले मिट्टी को जोतकर समतल कर दिया जाता है। आखिरी जुताई में प्रति एकड़ दस टन सड़ी हुई गोबर की खाद डालनी चाहिए। इसके अलावा, 50 किलोग्राम नाइट्रोजन, 60 किलोग्राम फॉस्फोरस और 45 किलोग्राम पोटाश से क्षेत्र को उर्वरित करें।