Orange Farming: नागपुरी संतरे की खेती कर यह युवा किसान कमा रहा है जबरदस्त मुनाफा
Orange Farming: बिहार में प्रयोगात्मक खेती का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। खासकर युवा किसान कृषि प्रयोग अधिक कर रहे हैं। औरंगाबाद क्षेत्र के युवा किसान खेती के साथ-साथ बागवानी में भी रुचि ले रहे हैं। क्षेत्र में आए दिन कई तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। आपको बता दें कि औरंगाबाद के अंबा में ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी और हरमन 99 सेब (Dragon Fruit, Strawberries and Harman 99 Apples) समेत कई तरह की फसलें होती हैं। साथ ही युवा किसान नागपुरी संतरे की भी खेती कर रहे हैं। जिले के सदर प्रखंड के फेसर इब्राहिमपुर टोले में किसान रवि कुमार कई तरह के फल उगाते हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने बगीचे में संतरे के पेड़ भी लगाए हैं।
इससे हर साल एक क्विंटल से ज्यादा फल मिलते हैं। उन्होंने बताया कि संतरे का यह पौधा 120 रुपये प्रति पीस की कीमत पर खरीदा गया था और फिर इसे लगाया गया। उन्होंने बताया कि वे सविला किस्म के संतरे की खेती कर रहे हैं। चार साल में पौधे में फल लगने लगे। किसान ने बताया कि पौधे में फल लगने के चार साल के अंदर ही उसमें फल लगने लगे।
ये है संतरे (Orange) की खासियत
इस संतरे की खासियत यह है कि यह कम समय में ज्यादा पैदावार देता है। किसान के मुताबिक, जब पौधा लगाया जाता है तो दो साल तक इसकी बहुत देखभाल करनी पड़ती है। खास तौर पर गर्मी के दिनों में इसे खूब पानी की जरूरत होती है। इस पौधे पर नई पत्तियां आने के लिए पहले दो साल में ही सूखी हुई पत्तियों को हटाना पड़ता है।
एक क्विंटल संतरे की कीमत आठ हजार रुपये है।
वहीं, किसान रवि कुमार ने बताया कि चूंकि यह संतरा कंपनी एक पौधे से करीब 15 किलो पैदावार देती है, इसलिए इसे कम समय में मुनाफा बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका माना जा रहा है। बाजार में इसकी एक क्विंटल कीमत 8,000 से 10,000 रुपये के बीच है। बता दें कि इस संतरे का स्वाद खट्टा-मीठा होता है।