Success Story: राजकिशोर गुप्ता ने कपड़ों की फैक्ट्री शुरू कर मेहसी के लोगों की बदली ज़िंदगी
Success Story: जिले के राजकिशोर गुप्ता ने “निशा होजरी एंड रेडीमेड” नाम से एक गारमेंट फैक्ट्री स्थापित की है। राज्य के कई इलाकों में यहीं से कपड़े बनते हैं और करीब पचास लोगों को, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, काम मिल गया है। गुजरात में काम करने के बाद वे फिलहाल अपने इलाके में ही काम करते हैं। उनका बेटा उनके मार्गदर्शन में बी.टेक कर रहा है। पूर्वी चंपारण के मेहसी में बहुत से लोगों की जिंदगी बदल रही है।
फैक्ट्री की बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा
राजकिशोर गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि उनकी फर्म शर्ट, कुर्ता और पलाज़ो जैसे करीब पचास तरह के कपड़े बनाती है। वे 3% से भी कम मुनाफे पर कपड़े बेचते हैं, जिसकी कीमत 99 रुपये से शुरू होती है। उनकी फैक्ट्री की बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा है, क्योंकि वे उचित दामों पर उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े उपलब्ध कराने को प्राथमिकता देते हैं। राज्य के कई जिलों में सप्लाई की जाती है।
पूर्वी चंपारण के अलावा मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मुंगेर जैसे इलाकों में भी इस प्लांट में कपड़े बनते हैं। भविष्य में इसे पूरे बिहार में फैलाने की योजना है। राजकिशोर गुप्ता के अनुसार, उनकी फर्म में मुख्य रूप से सूती कपड़े बनाए जाते हैं, जो अपनी उच्च गुणवत्ता के कारण पहचान बना रहे हैं।
रोजगार और जीवन में सुधार के अवसर
स्थानीय लोगों को रोजगार देकर यह प्लांट कई परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार कर रहा है। एक कारीगर ने बताया कि वह गुजरात में मजदूरी करता था, लेकिन अब उसका जीवन आसान हो गया है और उसे अपने क्षेत्र में ही रोजगार मिलने से अब यात्रा नहीं करनी पड़ती।
राजकिशोर गुप्ता की Success Story से कई परिवारों का जीवन बेहतर
यह फैक्ट्री महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराती है, जिसका लाभ उन्हें भी मिलता है। कई महिलाओं ने बताया कि प्लांट खुलने से पहले उनके पास कोई काम नहीं था, लेकिन अब उन्हें नजदीक में ही रोजगार मिल गया है, जिससे वे आसानी से अपने घर का खर्च चला पा रही हैं। पूर्वी चंपारण में रोजगार के अधिक अवसर पैदा करने के अलावा निशा होजरी एंड रेडीमेड फैक्ट्री स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार कर रही है। इससे कई परिवारों का जीवन बेहतर हो रहा है और इससे क्षेत्रीय विकास को भी काफी बढ़ावा मिल रहा है।