Onion cultivation: प्याज की इन पांच किस्मों की करें खेती, होगी लाखों में कमाई
Onion cultivation: पहाड़ी इलाकों में किसान परंपरागत तरीकों को छोड़कर नकदी फसल उत्पादन की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में पहाड़ी इलाकों के किसान अगर प्याज उगाना चाहते हैं तो उनके लिए रबी सीजन की प्याज की खेती सबसे उपयुक्त है। अक्टूबर से रबी सीजन की शुरुआत होती है। पहाड़ी इलाकों से रबी सीजन के लिए सबसे उपयुक्त प्याज (Onion) की किस्मों का चयन किया जाना चाहिए।
इस किस्म मिट्टी में प्याज उगा सकते हैं।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के बागवानी विभाग की कृषि विशेषज्ञ हिमानी राणा ने प्रेस को बताया कि प्याज की खेती के लिए सबसे पहली पसंद सही मिट्टी होनी चाहिए। इसके लिए दोमट और बलुई दोमट (Loam and sandy loam) मिट्टी सबसे उपयुक्त है, इस किस्म की मिट्टी में प्याज की फसल काफी अच्छी होती है। मिट्टी का पीएच छह से सात के बीच होना चाहिए। साथ ही, जहां प्याज उगाया जाता है, वहां पानी की निकासी सही होनी चाहिए।
इस तरीको से तीस से चालीस टन उत्पादन प्राप्त होगा
वैसे तो प्याज की कई किस्में होती हैं, लेकिन कृषि विशेषज्ञ हिमानी राणा ने मीडिया को बताया कि पहाड़ी इलाकों में ब्राउन स्पैनिश, एग्रीफाउंड डार्क रेड, एग्रीफाउंड लाइट रेड, अर्का बिंदु, वीएल अनियन-3 और अर्का कल्याण जैसी किस्में काफी अच्छी पैदावार देती हैं। अगर किसान इन किस्मों को सही तरीके से उगाएं तो प्रति हेक्टेयर तीस से चालीस टन उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।
Onion के बीज का चयन करते समय ध्यान रखें ये बातें
किसानों को बीज का चयन विशेष ध्यान से करना चाहिए। केवल स्वीकृत स्रोतों से ही बीज लें, सुनिश्चित करें कि वे एक वर्ष से अधिक पुराने न हों। अगर प्याज को बीमारियों से बचाना है तो बीजों का इस तरह से उपचार करना जरूरी है कि पौधे के विकसित होने पर उसमें किसी भी तरह की बीमारी न आए। प्याज के भंडारण को लेकर भी कई तरह की समस्याएं सामने आती हैं। प्याज को सूखे क्षेत्र में और कम तापमान पर स्टोर करें। आर्द्रता 65 से 70 प्रतिशत होनी चाहिए जबकि तापमान 0 से 4 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए।