Cultivation of these crops : छपरा के किसान करें बस इन फसलों की खेती, होगा बम्पर मुनाफा
Cultivation of these crops : छपरा क्षेत्र के किसानों की आय बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती के अलावा पपीता, ड्रैगन फ्रूट, अंजीर और स्ट्रॉबेरी (Papaya, dragon fruit, figs and strawberries) जैसी लाभदायक फसलों की खेती करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही बकरी, गाय, मछली या मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों को चिन्हित कर उनकी आय बढ़ाने के लिए आगे का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला मजिस्ट्रेट अमन समीर ने अगले पांच वर्षों के लक्ष्य और उचित क्षेत्र चयन के आधार पर किसान प्रशिक्षण निर्धारित करने का आदेश दिया।
प्रशिक्षण के लिए समय सारिणी भी तैयार की जाएगी
उनके अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप होना चाहिए और इसमें उनका प्रत्यक्ष इनपुट शामिल होना चाहिए। प्रशिक्षण के लिए समय सारिणी भी तैयार की जाएगी, साथ ही किसान इनपुट प्राप्त करने की उचित व्यवस्था भी बनाई जाएगी। इसका मतलब है कि बागवानी, नकदी फसलें, बाजरा और पशुपालन (Horticulture, cash crops, millets and animal husbandry) जैसे क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा क्योंकि ये किसानों को अधिक पैसा कमाने में सक्षम बनाते हैं।
इन विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए
डीएम के अनुसार, कृषि विभाग द्वारा जिले का एक कृषि मानचित्र बनाया जाना चाहिए, जिसमें अधिक फसल उत्पादन वाले क्षेत्रों को दर्शाया गया हो। इस मानचित्र के आधार पर किसानों को उचित सहायता और प्रशिक्षण मिलेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि बकरी पालन के लिए बेहतर नस्ल की पहचान और मधुमक्खी पालन में रानी मधुमक्खियों की सुरक्षा जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने किसानों की समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान करने का वादा किया, ताकि उनकी आय बढ़े। ऐसा करने के लिए, जिले में कभी-कभी किसान मेले आयोजित किए जाएंगे, जिससे किसानों को नए तरीकों से खेती करने के लिए प्रेरित किया जा सके और उनका उत्साह बढ़ाया जा सके।